कोरोना के चलते फीका पड़ सकता है सावन का रंग?

हिन्दू पंचांग के अनुसार श्रावण मास से ही व्रत और पर्वों की शुरुआत हो जाती है। इसी कड़ी में आगामी 6 जुलाई से वर्ष 2020 के सावन मास की शुरुआत होने वाली है। उससे पहले 5 जुलाई को Guru Purnima है। उसी दिन चंद्र ग्रहण भी लगेगा। हिन्दू धर्म में, श्रावण मास का विशेष महत्व बताया गया है। खासतौर से भगवान शिव की आराधना और उनकी भक्ति के लिए कई हिन्दू ग्रंथों में भी, इस माह को विशेष महत्व दिया गया है। मान्यता है कि सावन माह अकेला ऐसा महीना होता है, जब शिव भक्त महादेव को खुश कर, बेहद आसानी से उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।


कावड़ यात्रा का आयोजन
ये देखा गया है कि सावन माह की शुरुआत होते ही, देशभर से कांवड़ और झंडा यात्रा का शुभारंभ भी हो जाता है। हर साल सावन पर देशभर में कई प्रसिद्ध श्रावणी मेलों और कावड़ यात्रा का आयोजन किया जाता है। हर वर्ष इस मास की शुरुआत होते ही कोने-कोने से सैकड़ों शिव भक्त आस्था और उत्साह पूर्वक कांवड़ यात्राएं निकालते हैं। भारत में कावड़ यात्रा वर्षों पुरानी एक विशेष धार्मिक परंपरा है, जो हर साल हर्षोउल्लास के साथ मनाई जाती है। इस दौरान भगवान शिव के भक्त, जिन्हे कांवडि़ए कहा गया है, वो मां गंगा और नर्मदा के तट से अपनी कांवड़ में पवित्र जल भरते हैं, और फिर बाद में उसी पवित्र जल से शिवालयों के शिवलिंग का जलाभिषेक करते हुए, महादेव को प्रसन्न करते हैं।

कांवड़ यात्रा पर कोरोना का ग्रहण

इस वर्ष जब देशभर में Corona का संकट अपने चरम पर है, तब ऐसा लगता है कि मानों हर वर्ष आयोजित होने वाले इन मेलों और कांवड़ यात्रा पर भी Corona का ग्रहण लग सकता है। हालांकि राज्य सरकारों की ओर से आधिकारिक तौर पर इन आयोजनों को लेकर, अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है लेकिन सावन से कई दिन पहले ही जिन विशाल मेलों और यात्रा की तैयारियां हर साल शुरू हो जाती थीं वो फिलहाल नहीं हो रही हैं।

झंडा चढ़ाने की विशेष पौराणिक परंपरा


इसी प्रकार शारदा मंदिर मदन महल में भी, सावन में झंडा चढ़ाने की विशेष पौराणिक परंपरा सालों से निभाई जाती रही है। इस दौरान झंडों के लिए लम्बे-लम्बे बांस के डंडों की रंगाई-पुताई कर उन्हें, सुन्दर त्रिकोण से सजाया जाता है। फिर उन रंगीन बांसों में भगवती के झंडे बांधकर, शिवभक्त गाजे-बाजे के साथ उन झंडों को मंदिर में अर्पित करते हैं। हालांकि Corona महामारी और लॉकडाउन के चलते इस बार सभी सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई जाएगा ताकि आम लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। Astrosage की तरफ से उम्मीद की जाती है कि इस वर्ष 2020 के सावन के इस पवित्र माह में भगवान भोलेनाथ अपनी कृपा से देश को न केवल Corona से निजात दिलाएंगे, बल्कि अपने भक्तों की रक्षा भी करेंगे।

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