अब युवाओं को नौकरी के लिए नहीं होना पड़ेगा निराश….दिल्ली-एनसीआर को इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने की हो रही तैयारी। करीब चार लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार। उत्तर प्रदेश को इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का हब बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक सिटी स्थापित की जाएगी। इससे चार लाख युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। इसके लिए नीति बनाई जा रही है। इससे विदेशी कंपनियों को यहां अपना उद्योग स्थापित करने में न सिर्फ आसानी होगी बल्कि उन्हें रियायतें भी दी जाएंगी। निर्माण के लिए जमीन तलाशने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
2500 एकड़ में बनेगी इलेक्ट्रॉनिक सिटी
जेवर एयरपोर्ट के नजदीक होने के कारण यहां आवागमन भी सुगम होगा। दरअसल देश में मोबाइल फोन, एलसीडी व एलईडी टेलीविजन व एलईडी के उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है और उत्पादन में भी वृद्धि हुई है। बीते पांच वर्षो में विदेशी कंपनियों की 123 इकाइयां यहां स्थापित हुईं। यूपी ने इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के निर्माण में उल्लेखनीय गति दी है। एनसीआर में 2500 एकड़ में इलेक्ट्रॉनिक सिटी स्थापित की जाएगी।
देश का 35 फीसद मोबाइल निर्माण यूपी में
गौरतलब है कि भारत में होने वाले कुल मोबाइल फोन निर्माण का 45 फीसद निर्माण जनसंख्या के लिहाज से सबसे बड़ी राज्य उत्तर प्रदेश में हो रहा है। देश की 38 मोबाइल फोन निर्माता कंपनियों में से करीब 13 कंपनियां अकेले यूपी के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थापित की गई हैं।
इंजीनियरिंग, डिप्लोमा व स्नातक उम्मीदवारों के लिए मौका
ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के निर्माण का हब इसे बनाने में आसानी होगी। यहां कंपनियों को उद्योग स्थापित करने में जो लागत आएगी, उसमें छूट दी जाएगी। यहां जमीन खरीदने से लेकर विभिन्न तरह के टैक्स आदि में 25 फीसद तक की छूट दी जाएगी। अभी इंजीनियरिंग, डिप्लोमा व स्नातक आदि की पढ़ाई करने के बाद काफी संख्या में युवाओं को नौकरी तलाशने के लिए भटकना पड़ता है। इलेक्ट्रॉनिक सिटी का निर्माण होने के बाद उन्हें आसानी होगी।
चार लाख युवाओं को रोजगार
एनसीआर
में इलेक्ट्रॉनिक सिटी की स्थापना जल्द की जाएगी। इसके लिए जमीन तलाशने की
प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इलेक्ट्रॉनिक्स नीति के तहत उद्यमियों को अपना उद्योग
लगाने में यहां रियायतें दी जाएंगी। करीब चार लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।
यहां पर बता दें कि वैश्विक मंदी ने ऑफलाइन मोबाइल सेक्टर की कमर तोड़ दी है, लेकिन अब इस सेक्टर को उबारने के लिए ब्रांडेड कंपनियों ने खुद कमान संभाली है। हाल ही में सैमसंग, रीयल मी, ओपो, वीवो समेत तमाम ब्रांडेड कंपनियों ने नोएडा के 300 बड़े शोरूम संचालकों के साथ बैठक की है। कैसे ऑफ लाइन मोबाइल बाजार को गति दी जाए। इस पर विस्तार से मंथन किया है।
बता दें कि इस प्रकार की बैठक को पांच वर्ष बाद कंपनियों की ओर से आयोजित किया गया, जिसमें शोरूम संचालकों से सुझाव एकत्र किए गए हैं और उनकी मंदी को दूर करने की जानकारी से अवगत कराया गया है। 14 सितंबर से अब मोबाइल ग्राहकों के लिए ऑफरों की बारिश शुरू होने जा रही है। इससे ग्राहक ऑनलाइन मोबाइल की खरीदारी के लिए शोरूम पर जुटने लगेंगे। इसमें ग्राहकों को 5-10 फीसद का सीधा लाभ होगा।
यहीं नहीं शोरूम संचालकों को भी ऑफर बेस टारगेट सौंपा जाएगा। इसमें उन्हें मोटर साइकिल, स्कूटी, एलसीडी, कूपन और विदेश यात्र समेत तमाम ऑफर शामिल होंगे। जैसे की वर्ष 2014 में त्योहारी सीजन में कंपनियों की ओर से किया जाता रहा है।