Mukul Rohatgi

सुप्रीम कोर्ट ने लगाई एकता कपूर को फटकार,आप इस देश के युवाओं का दिमाग दूषित कर रही हैं’, ये है पूरा मामला

निर्माता एकता कपूर (ekta kapoor) और उनकी मां शोभा कपूर पिछले काफी समय से लगातार चर्चा में हैं। उनकी ऑल्ट बालाजी पर प्रसारित हुई वेब सीरीज ‘XXX सीजन 2’ को लेकर लंबे समय से कोर्ट में मामला चल रहा है।

अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने एकता कपूर (ekta kapoor) को उनकी वेब सीरीज में आपत्तिजनक सीन्स दर्शाने को लेकर कड़ी फटकार लगाई है और साथ ही फिल्ममेकर को इस बात के लिए भी वॉर्न किया है कि अगर अब कोई और दलील उनके पास आती है , तो उनसे एक लागत वसूल की जाएगी। एकता कपूर ने उनके खिलाफ जारी किए गए अरेस्ट वारंट को चैलेंज करते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक याचिका दायर की थी।


क्या है ये पूरा मामला
आपको बता दें कि साल 2020 में पूर्व सैनिक शंभू कुमार की शिकायत के बाद बेगूसराय की ट्रायल कोर्ट ने एकता कपूर और उनकी मां शोभा कपूर के खिलाफ वारंट जारी किया था। उनका कहना था कि एकता कपूर ने ऑल्ट बालाजी की XXX वेब सीरीज के दूसरे सीजन में एक सैनिक की पत्नी के साथ आपत्तिजनक दृश्य दिखाए गए थे।

इतना ही नहीं पूर्व सैनिक ने अपनी इस याचिका में फिल्म मेकर पर ये भी आरोप लगाया था कि उन्होंने इस सीरीज के कंटेंट के जरिए कथित रूप से सैनिकों और उनके परिवार की भावनाओं को आहत किया है। इसी मामले में एकता कपूर (ekta kapoor) द्वारा याचिका पर कोर्ट सुनवाई कर रहा था।
युवाओं के दिमाग को दूषित करने के लिए लगाई फटकार
इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की बेंच ने एकता कपूर (ekta kapoor) को कहा, ‘आप इस देश के युवाओं के दिमाग को दूषित कर रही हैं। यह ओटीटी (OTT) के हर प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। आप लोगों को किस तरह की चॉइस दे रही हैं?’। इसके अलावा कोर्ट की तरफ से फिल्म मेकर एकता कपूर (ekta kapoor) को वॉर्निंग भी दी गई। उन्होंने निर्माता को फटकार लगाते हुए कहा, ‘आप जिस तरह से हर बार इस कोर्ट में आती हैं, हम उसकी सराहना नहीं करते। हम इस तरह की याचिका दायर करने के लिए आपसे एक लागत लेंगे, मिस्टर रोहतगी ये बात आप अपने क्लाइंट तक पहुंचा दें’।


ये कोर्ट उनके लिए है जिनके पास आवाज नहीं है
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आगे कहा, ‘क्योंकि आप एक अच्छा वकील हायर कर सकती हैं, इसलिए आपसे ये लागत ली जाएगी। ये कोर्ट उनके लिए नहीं है जिनकी अपनी आवाज है, बल्कि उनके लिए है जो अपने लिए आवाज नहीं उठा पाते। जिन लोगों के पास सभी व्यवस्थाएं हैं और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है, तो जरा उनकी स्थिति के बारे में सोचिए, जिनके पास कुछ भी नहीं है। हमने ऑर्डर देख लिया है और हमारी अपनी आपत्ति है।

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1