World Pharmacist Day 2020

जानिए क्‍यों मनाते हैं फार्मासिस्‍ट डे

स्‍वास्‍थ्य विभाग में फार्मासिस्ट की एक अहम भूमिका है। फार्मासिस्ट को केमिस्ट भी कहा जाता है। स्वास्थ्य विभाग में सुधार करने, स्‍वास्‍थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में ये अहम भूमिका निभाते हैं। आज यानी 25 सितंबर को दुनियाभर में World Pharmacist Day मनाया जा रहा है, इसकी शुरुआत साल 2009 में अंतरराष्ट्रीय फार्मास्युटिकल फेडरेशन कांग्रेस द्वारा इस्तांबुल में हुई थी। इसके लिए 25 सितंबर का दिन चुना गया था क्‍योंकि इसी तारीख पर एफआईपी (FIP) की 1912 में स्‍थापना हुई थी। हर वर्ष एफआईपी के सदस्य विश्व फार्मासिस्ट दिवस में भाग लेते हैं। संगठन के सदस्‍य देश में फार्मासिस्ट की गतिविधियों के बारेमें जागरूकता बढ़ाते हैं।

फार्मासिस्ट जनता की सेवा के लिए तत्‍पर रहते हैं। World Pharmacist Day की खास बात यह है कि हर साल अंतरराष्ट्रीय फार्मास्युटिकल फेडरेशन इसकी एक थीम तय करता है। ऐसे में इस साल की थीम ‘अध्ययन से हेल्थ केयर तक: आपका फार्मासिस्ट आपकी सेवा में तत्‍पर’ रखी गई है। भारत में करीब एक लाख से ज्‍यादा पंजीकृत फार्मासिस्ट हैं। World Pharmacist Day पर फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) भी बढ़चढ़ कर हिस्‍सा लेती है। पीसीआई ने भी इस अवसर को चिह्नित करने के लिए एक पोस्टर जारी किया है। इसके अलावा फार्मेसी कॉलेजों में भी World Pharmacist Day विशेष रूप से मनाया जाता रहा है।


फार्मासिस्ट बनने के लिए कैसे करें पढ़ाई


डी फार्मा
अगर आप फार्मासिस्ट बनना चाहते हैं तो 12वीं की पढ़ाई में आपके पास बायोलॉजी, फिजिक्स और केमेस्टी के विषय होने चाहिए और 12वीं पास करते वक्त इन तीनों में 50 फीसदी से ज्यादा अंक होने चाहिए। ऐसे विद्यार्थी डी फार्मेसी के कोर्स की पढ़ाई के लिए राज्य सरकार व दूसरे इंस्टीट्यूट द्वारा कराई जाने वाले एंट्रेंस एक्जाम में प्रवेश लेते हैं जहां पास होने के बाद पढ़ाई शुरू होती है। फार्मासिस्ट के कोर्स की फीस निजी और सरकारी संस्थानों में अलग अलग है लेकिन कुल मिलाकर यह 50 हजार से डेढ़ लाख तक के बीच होती है। फार्मासिस्ट के कोर्स का समय 2 साल होता है और इसमे स्टडी और प्रैक्टिकल दोनों तरह से कोर्स चलता है। 2 साल की पढ़ाई में स्टडी और प्रैक्टिकल दोनों स्वरूप होते हैं।

बी फार्मा
फार्मासिस्ट बनने के लिए दूसरा कोर्स बी फार्मेसी भी होता है जिसके तहत डिग्री कोर्स कराया जाता है जिसकी अवधि 3 साल तक होती है। इसके लिए भी वही योग्यता चाहिए जो डी फार्मा बनने के लिए चाहिए।

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