जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही पड़ोसी देश पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ गई है। पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को पहले भी कई बार दुनिया के अलग-अलग मंचों पर उठाया था लेकिन पाकिस्तान को उस वक्त भी कुछ खास सफलता हाथ नहीं लगी थी। अब एक बार फिर से स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के वार्षिक बैठक में पाकिस्तान ने कश्मीर का रोना रोया है। आपको बता दें मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुलाकात हुई। इस मुलाकत में भी पाकिस्तान ने अमेरिका के आगे जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया। इमरान खान के साथ हुई मुलाकात के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम भारत और पाकिस्तान के संबंध में कश्मीर को लेकर सोच रहे हैं और अगर हम मदद कर सकते हैं तो निश्चित रूप से ऐसा करेंगे। हांलाकी ये पहला मौका नहीं है जब राष्ट्रपति ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर बोला हो इससे पहले भी बीते साल अगस्त में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर भारत चाहेगा तो वो कश्मीर मामले में मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि इस मामले को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय स्तर पर सुलझाना चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप और इमरान खान ने परस्पर हित, क्षेत्रीय सुरक्षा, कश्मीर और अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर भी बात की। अमेरिकी राष्ट्रपति से हुई मुलाकात में इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान शुरू से अपने देश में शांति स्थापित करना चाहता है और इसके लिए वो कोशिश भी कर रहा है। दावोस में हो रहे वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के वार्षिक बैठक में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेने पहुंचे हैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इमरान खान की मुलाकात भी इसी सम्मेलन से इतर हुई है।