China Population: संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार दुनिया की आबादी 15 नवंबर को 8 अरब के आंकड़े को पार कर जाएगी। विश्व जनसंख्या 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की जनसंख्या (Population) वर्ष 2080 के दौरान 10.4 अरब तक पहुंचने का अनुमान है। इस रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023 तक भारत, चीन (china) को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
चीन मे घटती जनसंख्या चिंता का विषय
गौरतलब है कि चीन (china) ने पिछले वर्ष 3 बच्चे पैदा करने की अनुमति दी थी। चीन सरकार ने कहा था कि वह देश में जन्मदर को समुचित बनाए रखने के लिए कदम उठा रही है। दरअसल, चीन में युवाओं की घटती आबादी एक नई तरह चुनौती की पेश कर रही है। चीन में बुजुर्गों की आबादी तेजी से बढ़ रही है यह चीन के लिए चिंता का विषय है। चीन (china) में अभी 65 वर्ष की उम्र वाले लोगों की संख्या कुल आबादी का 13 फीसद है। युवाओं की घटती जनसंख्या आने वाले समय से चीन के उद्योग जगत में श्रमिकों की भारी कमी पैदा कर सकता है।
वर्ष 2021 में चीन का फर्टिलिटी रेट 1.16
चीन (china) की फर्टिलिटी रेट काफी कम है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चीन दुनिया के उन मुल्कों में शामिल है, जिसकी फर्टिलिटी रेट सबसे कम है। वर्ष 2021 में फर्टिलिटी रेट 1.16 था, जो जनसंख्या की स्थिरता के लिए जरूरी मान 2.1 की तुलना में काफी कम है। चीन (china) में इस वर्ष बच्चों के पैदा होने की दर रिकार्ड स्तर पर नीचे रह सकता है। यह पिछले वर्ष की तुलना में भी काफी कम हो सकती है। अनुमान है कि यह गिरकर 1 करोड़ हो सकती है, जबकि पिछले वर्ष यह 1 करोड़ 60 लाख थी।
चीन सरकार ने लागू किया एक बच्चे की नीति
चीन (china) में शादी करने का बच्चों की जन्मदर पर निश्चित रूप से प्रभाव पड़ रहा है। चीन (china) लंबे समय तक दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला मुल्क रहा है। इसके चलते चीन (china) ने बहुत सख्त एक बच्चे की नीति को वर्ष 1980 से 2015 के बीच लागू किया। इसका मकसद चीन की बढ़ती जनसंख्या को काबू में रखना था। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि चीन (china) की जनसंख्या अगले वर्ष से कम होनी शुरू हो जाएगी। यह भी अनुमान है कि अगले वर्ष चीन की आबादी भारत से कम होगी। यानी भारत चीन को आबादी में पीछे छोड़ देगा।