UP Assembly Election 2022

विधानसभा चुनावों में पुरुष या महिला में से किसने किया ज्यादा वोट? चुनाव आयोग ने दिया ये चौंकाने वाला जवाब

मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (Chief Election Commissioner Sushil Chandra) ने सोमवार को कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के कई निर्वाचन क्षेत्रों में महिला मतदाताओं का मतदान पुरुषों से अधिक रहा है. इंटरनेशनल इलेक्‍शन विजिटर्स प्रोग्राम 2022 के दौरान लगभग 32 देशों के 150 से अधिक प्रतिनिधियों को वर्चुअली संबोधित करते हुए, चंद्रा ने कहा कि गोवा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई निर्वाचन क्षेत्रों में, महिला मतदाताओं ने पुरुषों की तुलना में अधिक मतदान किया. उत्तराखंड में महिलाओं ने 62.60 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं के मुकाबले 67.20 प्रतिशत मतदान किया जो पुरुषों से 5 फीसदी ज्यादा है.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि गोवा में 78.19 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं के मुकाबले 80.96 प्रतिशत महिला मतदाता थीं. मणिपुर में 88 फीसदी पुरुष मतदाता के मुकाबले 90 फीसदी महिला मतदाताओं ने वोट डाला. यूपी में सात चरणों में से तीन चरणों में महिला मतदाताओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया था. यहां पुरुष मतदाता 51.03 प्रतिशत थे जबकि महिला मतदान 62.62 प्रतिशत रहा. उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा दौर के चुनाव में गोवा में 79.6 प्रतिशत, पंजाब में 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ. छठे चरण तक उत्तराखंड में 65.4 फीसदी, मणिपुर में 88 फीसदी और उत्तर प्रदेश में 62-65 फीसदी मतदान रहा.

चुनाव आयोग ने सोमवार को चुनाव प्रबंधन निकाय (ईएमबी) के लिए वर्चुअल इंटरनेशनल इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम (आईईवीपी) 2022 की मेजबानी की जिसमें लगभग 32 देशों और चार अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियाें ने भाग लिया. आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि मैं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर सभी महिला मतदाताओं को बधाई देता हूं. पिछले साल, हमारे पास पांच चुनाव थे और अच्छा मतदान हुआ. असम में 82.4 प्रतिशत, केरल में 76.5 प्रतिशत, तमिलनाडु में 73 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 82 प्रतिशत और पुडुचेरी में 83.4 प्रतिशत मतदान हुआ. पिछले साल की महामारी के समय में भी बड़ी संख्‍या में मतदाता वोट डालने के लिए आगे आए. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इन मौजूदा चुनावों के दौरान लगभग 48,000 शिकायतें प्राप्त हुई थीं, जिन पर तुरंत अधिकारियों ने ध्यान दिया. उन्होंने आगे कहा कि नकदी, शराब, नशीले पदार्थों, और मुफ्त उपहारों की कीमत लगभग 137 मिलियन अमेरिकी डालर है, जो कि 2017 के चुनावों से 3.5 गुना अधिक है. चंद्रा ने बताया कि COVID-19 महामारी के कारण चुनाव कराने में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा.

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