वो तीन मिनट जिसने बिगाड़ दिया भविष्य

गुरुवार को झारखंड अधिविद्य परिषद 12वीं की परीक्षा के दौरान केंद्र पर 3 मिनट देर से पहुंचना प्रियंका को काफी महंगा पड़ गया। इस दौरान छात्रा प्रियंका कुमारी के पिता ने प्रिंसिपल के पैर तक पकड़े, लेकिन उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिली। करीब डेढ़ घंटे तक छात्रा और उसके पिता स्कूल के मुख्य द्वार पर ही खड़े रहे। इस दौरान अरगोड़ा के CO भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने भी Kapil Dev के प्रिंसिपल MK सिन्हा से बात की, लेकिन बात नहीं बनी। प्रिंसिपल MK सिन्हा ने छात्रा को परीक्षा में बैठने की अनुमति देने से साफ इन्कार कर दिया।

वहीं, इस मौके पर झामुमो के स्थानीय नेता भी पहुंचे। उन्होंने भी छात्रा को इंट्री दिलाने की बहुत कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जब सभी की कोशिशों के बावजूद छात्रा को निराशा हाथ लगी, तो छात्रा और उसके पिता दोनों की आंखों से आंसू छलक गए। इस पर स्थानीय लोगों ने उन्हें काफी समझाया। 12वीं की परीक्षा दे रही प्रियंका धुर्वा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की छात्रा है। इस स्कूल का परीक्षा केंद्र कडरू स्थित डीएवी कपिलदेव को बनाया गया है। इस घटना के बाद डीएवी के छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्रों का कहना है कि 3 मिनट देर से पहुंचने पर किसी को परीक्षा में बैठने की अनुमति न देना गलत है।

शुक्रवार को डीएवी कपिलदेव स्कूल के 10वीं, 11वीं व 12वीं के छात्र -छात्राएं इस घटना के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। 11वीं के एक छात्र ने बताया कि सभी दोपहर 12 बजे स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। छात्रों ने यह भी कहा कि स्कूल में CBSE के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। CBSE के नियमों के मुताबिक एक क्लास में अधिकतम 40-45 स्टूडेंट्स होने चाहिए। लेकिन यहां हर क्लास में 65 छात्र हैं।

परीक्षा में नियमानुसार दस बजे तक ही इंट्री मिलनी है। यह CBSE का नियम है। छात्रा विलंब से पहुंची थी। ऐसे में परीक्षा में शामिल होने देना संभव नहीं था। MK सिन्हा, प्रिंसिपल, डीएवी कपिलदेव।

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