West Bengal News:पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार और ममता बनर्जी की सत्ता में वापसी ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। टीएमसी की जीत के बाद बीजेपी के सामने अपने नेताओं को बचाने की एक चुनौती सी खड़ी गई है। इस पर एक तरह से मुहर तब लगी जब बीजेपी की बंगाल इकाई ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय संगठनात्मक बैठक बुलाई। बैठक में पार्टी सभी नेताओं का उपस्थित होना जरूरी था लेकिन, इनमें कुछ दिग्गजों के न आने से बंगाल में सियासी भूचाल आता नजर आ रहा है। West Bengal Political Crisis
दरअसल कोलकाता में बीजेपी ने एक बैठक बुलाई थी जिसमें सभी नेताओं का आना जरूरी था। मुकुल रॉय, शमिक भट्टाचार्य और राजीव बनर्जी जैसे दिग्गज इस बैठक शामिल नहीं हुए। हालांकि बाद में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस मामले पर सफाई दी और कहा कि महत्वपूर्ण बैठक में वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति चिंता का विषय नहीं है। West Bengal Political Crisis
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बताया कि बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय बैठक में नहीं आ सके क्योंकि उनकी पत्नी की तबीयत खराब है। प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य के पिता का निधन हो गया है। तृणमूल कांग्रेस के मंत्री से भाजपा नेता बने राजीव बनर्जी निजी कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके। बीजेपी ने इस पर सफाई जरूर दी है लेकिन राजनीतिक गलियारों में खलबली जरूर मज गई है। West Bengal Political Crisis
दरअसल जो नेता चुनाव के वक्त टीएमसी छोड़कर बीजेपी में गए थे, वे इस उम्मीद पर गए थे कि राज्य में बीजेपी की सरकार बन रही है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब उन्हें लगता है कि अगले पांच साल विपक्ष में रहकर संघर्ष करना बहुत आसान काम नहीं है और उन्हें ममता बनर्जी का मिजाज भी पता है कि वह अपने विरोधियों को लेकर कितना सख्त मिजाज रखती हैं।
मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु रॉय जो कि बीजेपी के ही टिकट पर चुनाव लड़े थे, ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए ममता सरकार की आलोचना करने वालों को नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि जनता के समर्थन से सत्ता में आई सरकार की आलोचना करने वालों को पहले अपने भीतर झांकना चाहिए। इसके बाद जो सबसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम रहा वह यह कि अस्पताल में भर्ती चल रहीं मुकुल रॉय की पत्नी और शुभ्रांशु की मां का हालचाल जानने के लिए ममता ने अपने भतीजे और पार्टी में उनके बाद नंबर दो का स्थान रखने वाले अभिषेक को अस्पताल भेज दिया।