दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन अस्पतालों को निशाने पर लिया जो Coronavirus महामारी के दौर में भी ब्लैक मार्केटिंग में लगे हुए हैं। यानि अस्पताल में बेड को लेकर गलत जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि Corona के संदिग्ध मरीज को अस्पताल भर्ती करने से मना नहीं कर सकते हैं।
केजरीवाल ने कहा, ”ऐसी महामारी के दौर में ज्यादातर अस्पताल लोगों की सेवा कर रहे हैं लेकिन दो चार ऐसे अस्पताल भी है जो # COVID19 मरीजों को एडमिट करने से इनकार कर रहे हैं। मैं उन लोगों को चेतावनी दे रहा हूं जो सोचते हैं कि वे अन्य पक्षों के अपने रक्षक के प्रभाव का उपयोग करके बिस्तरों की ब्लैक-मार्केटिंग करने में सफल होंगे। तो उन्हें बता दूं कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।”
केजरीवाल ने कहा, ”हमने बिस्तरों की कालाबाजारी रोकने के लिए एक मोबाइल App लॉन्च किया। हमने अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की संख्या को पारदर्शी बनाने के बारे में सोचा। इस पर हंगामा हो गया जैसे कि हमने कोई अपराध किया हो।”
दिल्ली में Coronavirus के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली Corona App लॉन्च किया है। इस ऐप का मकसद है लोगों तक हॉस्पिटल में उपलब्ध बेड और वेंटिलेटर की जानकारी पंहुचाना है। इस एप को सुबह 10:00 बजे और शाम को 6:00 बजे अपडेट किया जाएगा। ये आपको सरकारी और प्राइवेट सभी अस्पतालों के बारे में बताएगा कि इस वक्त किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं और कितने भरे हुए हैं।
आप आसानी से अपने मोबाइल पर प्लेस्टोर से दिल्ली Corona App डाउनलोड कर सकते हैं। आईफोन यूज़र भी इसे आसानी से अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते हैं। इस App पर आपको दिल्ली में Corona के कुल मामले, टोटल एक्टिव केस, कुल मौतें और कितने मरीज़ ठीक हुए इसकी जानकारी भी मिल जाएगी।
इस App की सहायता से दिल्ली के लोगों को अब Covid-19 अस्पतालों में खाली बेड और वेंटिलेटर की जानकारी आसानी से मिल जाएगी। इस App से सभी को आसानी से पता चल सकता है कि दिल्ली में Covid-19 के कुल कितने बेड और वेंटिलेटर ऑकीपाइड हैं और कितने अभी खाली हैं।
इस App पर आपको यदि सरकार से किसी तरह की कोई सहायता चाहिए तो आप सरकार से मांग कर सकते हैं। इसके साथ ही इस पर आप राशन के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।