कानपुर गोलीकांड के आरोपी गैंगस्टर Vikas Dubey को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यूपी पुलिस ने Vikas Dubey की गिरफ्तारी मध्य प्रदेश के उज्जैन से की है। हालांकि अब सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर Vikas Dubey फरीदाबाद से उज्जैन कैसे पहुंच गया। आखिर कौन विकास दुबे की मदद कर रहा था?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसवालों को मारकर कुख्यात अपराधी Vikas Dubey फरार हो गया था। यूपी पुलिस और STF कानपुर से लेकर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों और दूसरे राज्यों में Vikas Dubey की तलाश में जुटी थी। इस दौरान कई जगह छापेमारी भी हुई है।
कानपुर एनकाउंटर के बाद Vikas Dubey अपने घर से फरार हो गया था। इसके बाद उसकी आखिरी लोकेशन औरेया दिखाई दी थी। जिसके बाद पुलिस को उसके बीहड़ की ओर भाग जाने का शक हुआ था। लेकिन Vikas Dubey तब उत्तर प्रदेश का बॉर्डर पार करके हरियाणा पहुंच चुका था।
फरीदाबाद के होटल पहुंची पुलिस
Vikas Dubey की तलाश में पुलिस की एक टीम फरीदाबाद के एक होटल पहुंची। पुलिस ने होटल की CCTV फुटेज भी बरामद की है। हरियाणा के फरीदाबाद की CCTV फुटेज ने पुलिस को सकते में डाल दिया। इस फुटेज में Vikas Dubey की झलक दिखाई दी। हालांकि फरीदाबाद में Vikas Dubey पुलिस के हाथ नहीं लगा और विकास फरीदाबाद से भी भाग निकला।
उज्जैन में गिरफ्तारी
पुलिस Vikas Dubey की तलाश कई राज्यों में कर रही थी। हालांकि आखिरकार पुलिस को सफलता मध्य प्रदेश में हाथ लगी। पुलिस ने मध्य प्रदेश के उज्जैन से Vikas Dubey को गिरफ्तार किया। हरियाणा के फरीदाबाद से Vikas Dubey मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचा।
सूत्रों की मानें तो फरीदाबाद से मध्य प्रदेश तक वो आसानी से एक गाड़ी में पहुंचा, जो पूरी तरह सेफ थी। ऐसे में सवाल उठता है कि इतनी बंदिशों के बाद भी Vikas Dubey आखिर कैसे इतना लंबा सफर कर पाया?