सारी दुनिया इन दिनों Coronavirus के कहर से परेशान है। Coronavirus संक्रमण से बचाव के लिए वैज्ञानिकों द्वारा वैक्सीन तैयार की जा रही है। इस वक्त जब सारी दुनिया इस महामारी की मार झेल रही है। वहीं, दूसरी तरफ Social media पर Coronavirus से बचाव के लिए कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। इन्हीं दावों में से एक ये है कि सूर्य के प्रकाश में मौजूद अल्ट्रा-वायलेट किरणें हाथों को डिसइंफेक्ट कर सकती है। इस तरह के पोस्ट Social media पर वायरल होने के बाद लोगों ने कई तरह के तरीके अपनाएं हैं, लेकिन क्या ये वाकई फायदेमंद है? इसके लिए World Health Organisation द्वारा अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया है।
सूर्य के प्रकाश में मौजूद अल्ट्रा- वायलेट या (ultra-violet) किरणें, जिन्हें पराबैंगनी किरणें भी कहा जाता है। World Health Organisation द्वारा किए गए पोस्ट के अनुसार, अल्ट्रा-वायलेट किरणों में इतनी ज्यादा तपन होती है कि ये शरीर की कोशिकाओं को नष्ट करने लगती है। साथ ही ये मनुष्य की आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकती है। World Health Organisation द्वारा स्पष्ट किया गया है कि हाथों को डिसइंफेक्ट करने के लिए किसी भी स्थिति में अल्टा-वायलेट लाइट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- कोरोना वायरस का वर्तमान में किसी तरह का कोई सटीक इलाज नहीं है. जब तक इस वायरस का इलाज नहीं मिल जाता है तब तक हमें सावधानी बरतने की आवश्यकता है. हालांकि भारत में कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों के प्लाजा से बाकि मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
- Coronavirus से बचाव का सबसे सटीक और आसान तरीका है खुद को और अपने आस-पास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखना।
- किसी भी सामान को छूने के बाद हाथों को साबुन और पानी से 20 सेकेंड तक धोना या सैनेटाइजर का इस्तेमाल करना।
- घर के बाहर निकलते वक्त मास्क और दस्तानों को इस्तेमाल करना।
- अपने परिवार और दोस्तों से Social Distancing बनाए रखना।
- बाजार से फल, सब्जियां और अन्य सामान खरीदने के बाद उन्हें अच्छे से क्लीन करें।