समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन पर प्रदेश की योगी सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने 82 साल की उम्र में मेदांता गुरुग्राम में आखिरी सांस ली। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित तमाम गणमान्य लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए इसे राजनीतिक जगत की बड़ी क्षति बताया है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक मंगलवार को मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का उनके पैतृक गांव सैफई में किया जा सकता है। अभी तक जो जानकारी मिल रही है, मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पार्थिव शरीर को गुरुग्राम मेदांता से सैफई लेकर जाय जाएगा। समाजवादी पार्टी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से यह सूचना दी गई है कि नेताजी का पार्थिव शरीर लखनऊ की बजाय सीधे सैफई ले जाय जाएगा। सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने बताया कि माननीय नेता जी हमारे बीच नहीं रहे। उनका पार्थिव शरीर 11.30 बजे मेदांता अस्पताल से यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से होकर करहल कट से सैफई के लिए जाएगा। उनका अंतिम संस्कार कल 11 अक्टूबर को अपरान्ह 3 ( तीन) बजे सैफई में होगा। अंतिम दर्शन के लिए आज नेता जी का शव उनके सैफई आवास पर रखा जाएगा।
सैफई में पसरा मातम
जैसे ही नेताजी के निधन की सूचना उनके पैतृक गांव में पहुंची, वहां शोक की लहार फ़ैल गई। ग्राम प्रधान रामफल बाल्मीकि मीडिया से बातचीत करते हुए भावुक हो गए और रो पड़े। पूरा गांव मुलायम की कोठी की तरफ चल पड़ा है। उधर जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है। जानकारी के मुताबिक करीब शाम 4 बजे तक उनका पार्थिक शरीर सैफई पहुंच सकता है।