उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर अगले साल चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी जहां प्रदेश की कुर्सी पर दोबारा से आसीन होने की कोशिश करेगी, वहीं अन्य विपक्षी पार्टियां भी इस चुनाव को जी जान से लड़ेंगी. गाजियाबाद जिले की साहिबाबाद विधानसभा सीट (Sahibabad Assembly Seat) प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा सीट है. यहां तकरीबन साढ़े आठ लाख वोटर हैं. यह गाजियाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है. 2008 के परिसीमन के बाद साहिबाबाद विधानसभा सीट बनाई गई थी, जहां 2012 में पहली बार विधानसभा का चुनाव हुआ था.
2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Sahibabad Assembly Seat) पर बहुजन समाज पार्टी के अमरपाल विधायक चुने गए थे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुनील कुमार शर्मा को हराया था. इस चुनाव में बसपा के अमरपाल को 1,24,432 वोट मिले थे, जबकि भाजपा के सुनील शर्मा को 99,984 वोट मिला था. कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार सतीश चंद्र त्यागी तीसरे नंबर पर थे, उन्हें 51,195 वोट मिला था. समाजवादी पार्टी के प्रहलाद शर्मा चौथे नंबर पर थे, उन्हें 36,266 वोट मिला था.
2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Sahibabad Assembly Seat) पर बसपा का वोट शेयर 36.6 प्रतिशत था. भाजपा का वोट शेयर 29.97 प्रतिशत, कांग्रेस पार्टी का वोट शेयर 15.34 प्रतिशत, समाजवादी पार्टी का वोट शेयर 10.87 प्रतिशत था.
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Sahibabad Assembly Seat) पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सुनील कुमार शर्मा ने कांग्रेस के उम्मीदवार अमरपाल को रिकॉर्ड वोटों के अंतर से चुनाव हराया था. इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार सुनील शर्मा को 2,62,741 वोट मिला था, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार अमरपाल को 1,12,056 वोट मिला था. तीसरे नंबर पर बसपा के उम्मीदवार जलालुद्दीन थे, जिन्हें 41,654 वोट मिला था.
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Sahibabad Assembly Seat) पर भाजपा का वोट शेयर 62.41 प्रतिशत था. कांग्रेस पार्टी का वोट शेयर 26.5 प्रतिशत और बसपा का वोट शेयर 9.85 प्रतिशत था.