कर्मचारी संगठनों ने निर्णय लिया कि कार्य बहिष्कार के दौरान कर्मी कार्यालय पहुंचेंगे लेकिन कार्य नहीं करेंगे। उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन में हुए करोड़ रुपये के बड़े घोटाले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर कई खेमों में बंटे कर्मचारी श्रम संगठन, संघ ने अलग-अलग आंदोलन की घोषणा कर रखी है। बीते दो दिनों से चल रहे कार्य बहिष्कार में जूनियर इंजीनियर शामिल नहीं हुए थे।
वहीं आज से 4 दिन के कार्य बहिष्कार पर पूरे प्रदेश में जूनियर इंजीनियर हड़ताल पर हैं। इसका असर राजधानी लखनऊ के मध्यांचल कार्यालय पर देखने को मिला है।
यूपीपीसीएल में हुए घोटाले में फंसी बिजली कर्मचारियों की भविष्य निधि की रकम के भुगतान और घोटाले में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विद्युत कर्मियों के विभिन्न संगठन आंदोलन कर रहे हैं। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का आंदोलन जहां लगातार जारी है, तो वहीं राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन ने भी 20 से 23 नवंबर तक कार्य बहिष्कार कर आज से 4 दिन की हड़ताल पर हैं।
जिसका असर राजधानी लखनऊ के मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में देखने को मिला है। जहां पर हजारों की संख्या में जूनियर इंजीनियर कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर नजर आए हैं। वहीं कार्य बहिष्कार के चलते राजस्व वसूली प्रभावित हो रही है जिससे लाखों का नुकसान भी हो रहा है।