सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीजेपी को एक बार फिर से आड़े हाथों लिया है। आपको बता दें अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर बीजेपी सरकार के इशारे पर हमले किए जाने का आरोप लगाया है। अखिलेश यादव ने कानपुर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे थे। जहां उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार अंग्रेजों की तरह ‘डिवाइड एंड रूल पॉलिसी’ पर काम कर रही है। साथ में ये भी कहा कि समाज को धर्म के नाम पर बांटते हुए हिंदू-मुस्लिम में खाई पैदा की जा रही है। हिंसा में प्रशासन की लापरवाही की वजह से ही लोगों की जान गई। लखनऊ और कानपुर में अनुभवहीन अफसरों की वजह से घटना हुई है, जो सरकार की नाकामी को दर्शाता है। प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओं की जांच सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से कराई जाए तो सारा सच सामने आ जाएगा। नोटबंदी हो या जीएसटी, फिर चाहे टेनरी बंदी, प्रदेश और केंद्र सरकार हर जगह नाकाम साबित हुई है।
आपको बता दें बीते दिनों बता दें हुए CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने कानपुर के यतीमखाना पुलिस चौकी में आग लगा दी थी। उस दौरान जबरदस्त पथराव भी हुआ था जिसमें पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे थे। बाबूपुरवा, नयी सड़क, मूलगंज, दलेलपुरवा, हलीम कालेज और अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों में लोगों विरोध प्रदर्शन कर जमकर बवाल काटा था।