क्यों 12 साल बाद शेयर बाजार में आया ऐसा दिन, 45 मिनट के लिए रोकनी पड़ी ट्रेडिंग?

Coronavirus की वजह से लगातार दूसरे दिन भी शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को सेंसेक्स में लोअर सर्किट लग गया था। जिसकी वजह से निफ्टी में ट्रेडिंग को कारोबारी सत्र के दौरान 45 मिनट के लिए रोका गया था। हालांकि अब बाजार एक बार फिर खुल गया है।
आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 2,225.18 अंक यानी 6.79 फीसदी की ढलान के साथ 30,552.96 के स्तर पर खुला। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 699.55 अंक यानी 7.29 फीसदी की गिरावट के साथ 8,890.60 के निचले स्तर पर खुला। बता दें कि शेयर बाजार में जब 10 फीसदी या उससे अधिक की गिरावट आती है, तो उसमें लोअर सर्किट लग जाता है और ट्रेडिंग कुछ देर के लिए रोक दी जाती है। बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव का दौर जारी है।

दलाल स्ट्रीट में निवेशकों के निवेश को सुरक्षित रखने के लिए ट्रेडिंग पर रोक लगाई गई है। इससे निवेशकों के नुकसान के संकट को ज्यादा गहरा होने से बचाया जाता है। जब ट्रेडिंग रोकी गई तब सेंसेक्स 3090.62 अंक लुढ़क कर 29,687.52 अंक पर था। वहीं निफ्टी की बात करें तो यह 966.10 की गिरावट के साथ 8,624.05 अंक पर था। भारी गिरावट के चलते शेयर बाजार को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा है। ऐसा 12 सालों में पहली बार हुआ है।

आज हालात इतने बदतर हो गए कि अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोंस में ट्रेडिंग 15 मिनट के लिए रोक देनी पड़ी। यानी अमेरिकी शेयर बाजार में 15 मिनट के लिए किसी भी तरह का कारोबार नहीं हुआ। बाद में स्थिति सामान्य होने पर एक बार फिर कारोबार की शुरुआत हुई और अंत में डाउ जोंस 10 फीसदी यानी 2,352.60 अंक लुढ़क कर 21,200.62 अंक के स्तर पर बंद हुआ। ये साल 1987 के बाद का सबसे खराब प्रदर्शन है। एसएंडपी और नैस्डैक भी करीब 10 फीसदी टूटे।

डॉलर के मुकाबले आज रुपया 17 पैसे की गिरावट के बाद 74.39 के स्तर पर खुला। जबकि गुरुवार को बाजार में मचे हड़कंप के बीच रुपया 56 पैसे गिरकर 17 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया था। कोरोनावायरस की वजह से डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को 74.22 पैसे पर बंद हुआ था।

गिरावट के बड़े कारण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने Coronavirus को विश्वव्यापी महामारी घोषित कर दिया है। WHO के प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 को पैनडेमिक (विश्वव्यापी महामारी) माना जा सकता है। Coronavirus के चलते देश में गुरुवार को पहली मौत हो गई और 77 लोग संक्रमित पाए गए। दिल्ली और हरियाणा में इसे माहामारी घोषित कर दिया गया है।

टूरिस्ट वीजा निलंबित : सरकार ने 15 अप्रैल तक सभी देशों के पर्यटक वीजा निलंबित कर दिए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका शुक्रवार से (स्थानीय समयानुसार) 30 दिन के लिए यूरोप से सभी यात्राएं रद्द करने जा रहा है। इस दौरान किसी तरह के यातायात को इजाजत नहीं दी जाएगी। ब्रिटेन को इसमें शामिल नहीं किया गया है।

भारी गिरावट से वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका गहरा गई है। कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट का रुख है। मांग घटने और सप्लाई बढ़ने की आशंका से क्रूड में आठ फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है और ब्रेंट 31 डॉलर के करीब पहुंच गया है। क्रूड में आई करीब तीन दशक की तेज गिरावट ने भी दुनिया के शेयर बाजारों का मूड बिगाड़ दिया है।

विदेशी फंड के लगातार बाहर जाने के चलते निवेशकों की भावनाओं पर प्रतिकूल असर पड़ा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को सकल आधार पर 3,515.38 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।

खाद्य कीमतों में नरमी के चलते खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में धीमी पड़कर 6.58 फीसदी पर आ गई। सरकार ने इस संबंध में गुरुवार को आंकड़े जारी किए। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी 2020 में 7.59 फीसदी थी। जबकि फरवरी 2019 में यह आंकड़ा 2.57 फीसदी था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार फरवरी 2020 में खाद्य क्षेत्र की महंगाई घटकर 10.81 फीसदी रही जो जनवरी में 13.63 फीसदी थी। सरकार ने रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति चार फीसदी से नीचे रखने का लक्ष्य दिया है। साथ ही आज थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने हैं, जिससे बाजार प्रभावित होगा।

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