चांदी की ईंट और फल्गू के बालू समेत बिहार-झारखंड के पवित्र स्थानों की मिट्टी से तैयार होगी राम मंदिर की नींव

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर बिहार समेत झारखंड में खासा उत्साह है। बिहार का अयोध्या से ही नहीं, बल्कि भगवान राम का भी पुराना नाता रहा है। केंद्र सरकार की रामायण सर्किट में भी बक्सर, दरभंगा और सीतामढ़ी को शामिल किया जा चुका है। ऐसे में 5 अगस्त, 2020 को होनेवाले राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन को लेकर लोगों में उत्साह है। राम मंदिर के निर्माण में बिहार के साथ-साथ झारखंड से भी लोग मिट्टी, जल आदि भेज कर योगदान करना चाहते हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निर्देशन में राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। आइए बताते हैं बिहार के किन-किन क्षेत्रों से राम मंदिर निर्माण में लोग क्या योगदान कर रहे हैं।

अयोध्या में प्रस्तावित भगवान राम के मंदिर निर्माण में गया की फल्गु नदी के बालू का उपयोग किया जायेगा। विश्व हिंदू परिषद (VHP) इकाई के सदस्यों ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि गया से अयोध्या का पौराणिक और धर्मशास्त्रीय पौराणिक संदर्भ सुलभ है। VHP के अधिकारियों ने बताया कि अयोध्या में मंदिर निर्माण की नींव में गया धाम से सवा किलो चांदी की ईंट भी भेजी जा रही है। इस ईंट को अयोध्या में मंदिर की नींव में डाला जायेगा।

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ मंदिर के पास की मिट्टी और उत्तरवाहिनी गंगा के जल का उपयोग किया जायेगा। दोनों स्थानों से गंगाजल और मिट्टी एकत्र कर उसे कुरियर के जरिये अयोध्या भेजा जा रहा है। कोरोना संकट के कारण कुरियर से मिट्टी और गंगा जल भेजने का निर्णय किया गया है।

अयोध्या राम मंदिर निर्माण में वैशाली से चांदी का सिक्के भेजे जा रहे हैं। बिहार प्रदेश हिंदू जागरण मंच की ओर से चांदी के सिक्के के साथ अन्य सामग्री भेजी जा रही है। 26 जुलाई को गणतंत्र की धरती वैशाली की पावन भूमि के हरिपुर स्थित गंडक नदी का जल पूजन कर अयोध्या भेजा जायेगा।

राम मंदिर निर्माण को लेकर भूमि पूजन के लिए औरंगाबाद के धार्मिक स्थलों देव सूर्य मंदिर, सीता थापा आश्रम, उमगा सूर्य मंदिर, देवकुंड मंदिर, अंबा सतबहिनी मंदिर, गजना धाम मंदिर, पातालगंगा की मिट्टी और पुनपुन नदी का पवित्र जल 26 जुलाई को अयोध्या भेजा जायेगा। VHP के जिलाध्यक्ष जयनंदन पंडित ने बताया कि सामग्रियों को एकत्रित कर लिया गया है।

अयोध्या में मंदिर के निर्माण में सहरसा के मुख्य देव स्थलों मटेश्वर स्थान, तारा स्थान, चंडी स्थान, करू बाबा स्थान, कात्यायनी स्थान की मिट्टी और कोसी नदी का जल बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की ओर से 28 जुलाई को विधिवत पूजा कर अयोध्या भेजा जायेगा। मंदिर निर्माण के लिए भेजी जानेवाली सामग्री को लेकर VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में उत्साह है।

5 अगस्त 2020 को श्रीराम जन्मभूमि के मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के अनुष्ठान में मां पूरण देवी मंदिर की पवित्र मिट्टी और सिटी कालीघाट स्थित पवित्र सौरा नदी के जल का उपयोग किया जायेगा। VHP के जिलाध्यक्ष पवन कुमार पोद्दार एवं जिला मंत्री रवि भूषण झा के नेतृत्व में काली मंदिर घाट और सौरा नदी का जल और पुरणदेवी की मिट्टी की का पूजन कर कुरियर किया जा रहा है।

अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए सदर प्रखंड के सुखपुर स्थित जिले के प्रसिद्ध तिलेश्वर स्थान महादेव मंदिर से जल और मिट्टी भेजी जा रही है। RSS के जिला प्रचारक जितेश जी और VHP के प्रांत सेवा प्रमुख चंद्रकांत झा ने बताया कि मिट्टी और जल को स्पीड पोस्ट से भेजा जायेगा।

अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर बिहार के मुंगेर में भी खासा उत्साह है। अयोध्या में 5 अगस्त को होनेवाले भूमि पूजन के लिए मुंगेर के प्रसिद्ध सिद्धपीठ चंडिका स्थान का नीर तथा सीता कुंड के गर्म जल को अयोध्या भेजा गया है। यह जानकारी VHP ने शनिवार को दी।

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य में बांका के मंदराचल की मिट्टी और पाप हरणी सरोवर का जल का उपयोग किया जायेगा। VHP और बजरंग दल ने संयुक्त रूप से ऐतिहासिक मंदार पर्वत की तराई से करीब 125 ग्राम मिट्टी और पवित्र पापहरणी सरोवर से एक 100 मिलीलीटर जल एकत्रित कर लिया है। कोरोना संकट के कारण सभी सामग्री स्पीड पोस्ट से भेजी जा रही है।

मां जानकी जन्मोत्सव आयोजन समिति की अगुवाई में जिले के प्रमुख पांच मंदिरों क्रमश: जानकी मंदिर, पुनौरा धाम मंदिर, हलेश्वर नाथ महादेव मंदिर, पंथपाकड़ धाम स्थित सीता डोली एवं परशुराम संवाद स्थल एवं बगही धाम से मिट्टी इकट्ठा कर जानकी मंदिर में विधिवत पूजा करने के बाद श्रीराम जन्मभूमि, अयोध्या के लिए भेजी गयी, जिसे तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत श्री नृत्यगोपाल दास जी महाराज व महासचिव चंपत राय को सौंपा जायेगा। इस मिट्टी को आगामी 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन में शामिल किया जायेगा।

अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर झारखंड में भी उत्साह देखा जा रहा है। मंदिर की नींव को लेकर पवित्र मिट्टी का संग्रह किया जा रहा है। डोरंडा स्थित महावीर मंडल की केंद्रीय समिति के सदस्य बटन तालाब से पवित्र मिट्टी तांबे के कलश में भर कर झंडा चौक स्थित बजरंगबली मंदिर लायेंगे। यहां कलश का पूजन किया जायेगा। इसके बाद कलश VHP को सौंपा जायेगा। इस मिट्टी को अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की नींव में उपयोग किया जायेगा।

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