अमेरिका (America) की तरफ से दक्षिणी चीन सागर को लेकर चेतावनी दी गई है। सेक्रेटरी पोम्पिओ ट्विटर हैंडल की तरफ से जारी एक ट्वीट (Tweet) के अनुसार दक्षिणी चीन सागर उसका अपना कोई निजी साम्राज्य नहीं है। ट्वीट में लिखा गया है, ‘यदि बीजिंग अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करता है और स्वतंत्र राष्ट्र इसमें कुछ नहीं करते हैं तो, चाइजीज कम्यूनिस्ट पार्टी इसके और अधिक क्षेत्र को ले लेगी। चीन सागर विवाद को अंतरराष्ट्रीय कानून के जरिए हल किया जाना चाहिए।’
उल्लेखनीय है कि, भारतीय सीमा पर बीजिंग के दक्षिण चीन सागर पर तनाव बरकरार है। राजधानी बीजिंग में भारतीय सीमा पर व्याप्त तनाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी हो रही है। बीजिंग से लगने वाली अलग-अलग जगहों पर भारतीय सीमा में ये तनाव देखे जा रहे हैं। इससे पहले भी अमेरिका और चीन के बीच भी साउथ चाइना सी पर तनाव था। इसी तनाव को देखते हुए अमेरिकी नौसेना ने अपने विमानवाहक युद्धपोत साउथ चाइना सी में पहले से ही तैनात कर रखे हैं। इसके बाद चीन ने पहले ही कह दिया कि अमेरिका साउथ चाइना सी में तनाव बढ़ा रहा है। चीन और भारत के बीच भी सीमा पर तनाव बरकरार है। गलवान घाटी की घटना के बाद से दुनियाभर में चीन की नीतियों की आलोचना हो रही है। अमेरिका चीन के इस तरह के कारनामों से खासा खफा भी है।
चीन साउथ चाइना सी को भी अपना बताता है वो बाकी देशों को वहां पर किसी तरह से काम भी नहीं करने देता है, इसको देखते हुए अमेरिका ने नाराजगी जताई है। चीन ताइवान को भी साउथ चाइना सी में किसी तरह की खोज नहीं करने देता है। इसको देखते हुए अब अमेरिका ने ताइवान के साथ मिलकर अपने युद्धपोत वहां तैनात कर दिए हैं। इससे चीन बौखलाया हुआ है। अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में अपने युद्धपोत यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन दूसरी बार तैनाती की है। दरअसल चीन पूरे दक्षिण चीन सागर को अपना हिस्सा बताता है जबकि अमेरिका सहित बाकी दुनिया इसके कुछ हिस्से पर पड़ोसी देशों का अधिकार और बाकी को स्वतंत्र क्षेत्र मानती है। इस समुद्री क्षेत्र पर वर्षो से चल रही तनातनी हाल के महीनों में चरम पर पहुंच गई है। अमेरिका और चीन, दोनों ने एक-दूसरे पर इलाके में तनाव पैदा करने का आरोप लगा रहे हैं।