बिहार के राजनीतिक गलियारों से बड़ी खबर सामने आ रही है. प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 15 जनवरी के बाद बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकलने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए उन्होंने इस प्रस्तावित यात्रा को फिलहाल टाल दिया है. RJD सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब यह यात्रा फरवरी के आखरी सप्ताह या फरवरी के बाद हो सकती है. अब आनेवाले समय में तेजस्वी यादव ही तय करेंगे की इस यात्रा की शुरुआत कब की कजाएगी. बताते चलें कि तेजस्वी यादव हाजीपुर, गया, औरंगाबाद के साथ राज्य के सभी जिलों में जाने के बाद पटना में एक बेरोजगारी रैली भी करने वाले थे. दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए समाज सुधार यात्रा को फिलहाल रद्द कर दी है.
तेजस्वी की इस बेरोजगारी यात्रा को लेकर अभी से ही सियासत तेज हो गई है. RJD ने 19 लाख रोजगार के वायदे को लेकर सरकार से सवाल पूछने की तैयारी की है. वहीं, एनडीए नेता तेजस्वी को उनकी पूर्व की यात्राओं की याद दिला रहे हैं. दूसरी तरफ, प्रदेश में बेरोजगारी के आंकड़े बिहार में सिर चढ़कर बोल रहा है. गौरतलब है कि बिहार में वर्तमान समय में रोजगार को लेकर आए दिन पटना में युवाओं की भीड़ जुट रही है. कभी गर्दनीबाग धरनास्थल तो कभी गांधी मैदान तो कभी जदयू-भाजपा दफ्तर के बाहर बेरोजगारों की फौज खड़ी हो रही है. बेरोजगार युवाओं की तरफ से सरकार से लगातार रोजगार की मांग की जा रही है. इनमें से बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जो पहले से किसी ने किसी विभाग में काम कर रहे थे, लेकिन अचानक उन्हें हटा दिया गया.
बेरोजगार युवाओं की समस्या
बिहार में चाहे अमीनों की बहाली का मामला हो चाहे बेल्ट्रॉन कर्मियों का मामला हो चाहे वार्ड सचिव की बहाली का मामला हो या प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षकों की बहाली हर मामले में युवाओं की फौज राजधानी पटना में कभी मंत्री तो कभी विभिन्न पार्टियों के दफ्तर के चक्कर लगा रही है. इसके बावजूद कहीं से भी उन्हें नौकरी का आश्वासन नहीं मिल रहा है. हाल के दिनों में जब से तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी हटाओ यात्रा की घोषणा की तब से कुछ मामलों को लेकर सरकार ने तेजी जरूर दिखाई है.
कई भर्तियां अधर में
खासतौर पर बिहार कर्मचारी चयन आयोग की इंटर स्तरीय बहाली परीक्षा और प्राथमिक शिक्षकों की बहाली का मामला अटका हुआ है. यही वजह है कि विपक्ष सरकार के तमाम दावों पर सवाल खड़े कर रहा है. राजद नेता शक्ति सिंह यादव कहते हैं कि जब तक बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिलेगा तब तक हमारी बेरोजगारी हटाओ यात्रा चलती रहेगी.