Tehashwi attacks on CM Nitish Kumar

बिहार का रण:तेजस्‍वी ने सीएम नीतीश पर लाल ‘टेन’ से किया वार

कोरोना संक्रमण के दौर में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल अपनी-अपनी रणनीति बना रहे हैं। लेकिन समस्‍या चुनाव प्रचार की है। इसके लिए फोकस Digital तकनीक पर है। बिहार के प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल ने भी इसकी पूरी तैयारी कर रखी है। मकसद CM Nitish Kumar के विकासवाद के नीचे RJD की लालटेन की मंद पड़ती लौ को न केवल जलाए रखना, बल्कि इससे विरोधियों को खाक कर सत्‍ता पर काबिज होना है। इसके लिए संजय यादव के नेतृत्व में आरजेडी ने अपनी IT Team तैयार की है। RJD ने नीतीश कुमार के 15 वर्षों के कार्यकाल में 10 ऐसे सेक्टरों को चुना है, जहां उसके अनुसार सरकार को कामयाबी नहीं मिली है। उन्‍हें लाल ‘टेन’ का नाम दिया है। पार्टी के मुख्‍यमंत्री चेहरा Tejashwi Yadav ने अपनी सरकार बनने पर इन क्षेत्रों में काम करने का वादा किया है।


हालांकि, RJD के डिजिटल प्रचार के खिलाफ मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड सहित पूरा राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन मैदान में कूद पड़ा है। JDU ने तजस्‍वी के इस लाल ‘टेन’ फॉर्मूला पर जबरदस्‍त पलटवार किया है।


आरजेडी की IT Team अभी तीन जगहों से काम कर रही है। पहली टीम का काम राबड़ी देवी के आवास से चलता है। इसकी पूरी जवाबदेही संजय यादव के पास है। जबकि, दूसरी टीम RJD के प्रदेश कार्यालय में है। इसकी कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह खुद संभालते हैं। तीसरी टीम दिल्ली में है, जिसकी निगरानी मनोज झा करते हैं।

डिजिटल प्रचार के साथ विरोधियों पर हमलावर
आरजेडी की IT Team पार्टी के डिजिटल प्रचार के साथ विरोधियों पर हमले की भी जिम्‍मेदारी बखूबी निभा रही है। इसका मकसद पार्टी को विधानसभा चुनाव में कामयाबी दिलाना है। चुनावी लड़ाई के केंद्र मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार हैं, इसलिए एनकी सरकार की नाकामियों पर फोकस मुख्‍य एजेंडा है।

बेरोजगारी सहित कई मुद्दों पर मदद कर रही टीम

हाल के दिनों में तेजस्‍वी यादव केंद्र व राज्‍य सरकारों को खासकर बेरेजगारी के मुद्दे पर घेरते दिख रहे हैं। RJD की आइटी टीम इसमें मदद कर रहा है। तेजस्‍वी के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के जन्‍मदिन को राष्‍ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा के बाद पार्टी की आइटी टीम ने ‘राष्‍ट्रीय बेरोजगारी दिवस’ का हैशटैग सोशल मीडिया में ट्रेंड करा दिया


तेजस्‍वी के वादों को जनता तक पहुंचाने की कोशिश

तेजस्‍वी यादव ने राज्य में कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा, कंस्ट्रक्शन, तकनीकीकरण, इंफ़्रास्ट्रक्चर, विद्युतीकरण, कानून और खेल के ऐसे 10 क्षेत्र चुने हैं, जिनमें उनके अनुसार नीतीश सरकार ने अपने 15 साल के कल में फेल हो गई है। तेजस्‍वी इस क्षेत्रों में विकास का वादा कर रहे हैं। ये तेजस्वी के सत्ता में आने के बाद किए जाने वाले उनके कार्यों का रोडमैप भी है। आइटी सेल इसे जनता के बीच पहुंचाने की कोशिश में लगी है।


बनाए जा रहे अलग-अलग वाट्सऐप ग्रुप

सवाल यह है कि ऐसा कैसे किया जा रहा है। इसके लिए पंचायत, प्रखंड, जिला और प्रदेश स्तर पर अलग-अलग WhatsApp Groups बनाए जा चुके हैं। RJD के प्रदेश युवा अध्‍यक्ष कारी साहब की मानें तो पार्टी का यूथ विंग जल्‍द ही 25 लाख लोगों तक WhatsApp के माध्‍यम से पहुंच जाएगा। यूथ विंग ने हर जिला में सोशल मीडिया प्रभारी भी बनाया है। ये केवल यूथ विंग की बात है। पूरी पार्टी का लक्ष्‍य तो बहुत बड़ा है। पार्टी ने चुनाव के पहले सभी 38 जिलो के वेरिफाइड ट्विटर पेज भी बना लिए हैं, ताकि WhatsApp के साथ ट्विटर पर भी वोटरों तक पहंचा जा सके। अन्‍य सोशल मरडिया प्‍लेटफॉम्‍स पर भी पार्टी सक्रिय है।


डिजिटल तकनीक के पूरे इस्तेमाल की योजना

पार्टी डिजिटल तकनीक का पूरा इस्तेमाल करने की योजना पर काम कर रही है। बूथ कमेटियों को भी ऑनलाइन जोड़ा जा रहा है। इसके लिए जतीनी स्‍तर तक कार्यकर्ताओं को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

सोशल मीडिया में अधिक सक्रिय हुए शीर्ष नेता

इसके अलावा RJD पुम्रख लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव सहित तमाम बड़े नेताओें की सोशल मीडिया में सक्रियता बढ़ी है। आइटी टीम उनके बयान एवं ट्वीट आदि रोजाना जारी कर रही है।


तेजस्‍वी के फॉर्मूले पर जेडीयू का हमला

हालांकि, तेजस्वी यादव को उनके लाल ’टेन’ फॉर्मूले पर JDU भी पलटवार करता दिख रहा है। JDU के प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा है कि जनता को पता है कि बिहार में आने 15 साल के काल में इन लोगों ने क्या किया था। आज ये फिर झूठे वादे कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्‍होंने RJD के वादों की हकीकत बताते हुए तंज कसा। कहा कि कृषि का मतलब कृषि योग्य जमीन लिखवाना है तो उद्योग का मतलब अपहरण उद्योग है। स्वास्थ्य को तो तेज प्रताप यादव ने बिगाड़ा है। शिक्षा का मतलब नौवीं फेल, तो कंस्ट्रक्शन में बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनेगा।

तकनीकीकरण का मतलब ट्विटर बॉय बनना है। इंफ्रास्ट्रक्टचर के तहत मॉल, माल व जमीन-जायदाद हथियाएंगे तो विद्युतीकरण का मतलब 2020 में लालटेन जलाना होगा। कानून ठेंगे पर रहेगा तथा जंगलराज का खेल चलेगा। उन्‍होंने आगे कहा है कि बेहतर बनाएंगे तो केवल अपने परिवार को। अगर मौका मिला तो यही काम करेंगे।

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