लखनऊ खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उमेश द्विवेदी चुनाव जीते हैं। सभी समीकरणों को ध्वस्त करते हुए उमेश द्विवेदी दूसरी बार शिक्षक विधायक चुने गए। फर्क इतना रहा कि पहली बार वह निर्दलीय थे और इस बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े। इस बार उनका जीत का अंतर भी अधिक रहा। इससे प्रतापगढ़ में उनके समर्थकों में खासा उत्साह है।
सुबह से ही सभी जानकार लोगों कि ओर से बधाइयों का अनवरत सिलसिला चल पड़ा है। जब उनसे पूछा गया तो बड़ी ही शालीनता से उन्होने कहा कि यह जीत सभी कार्यकर्ताओं, जानकारों, शिक्षकों, और लम्बे अरसे से वित्तविहीन शिक्षकों के संघर्ष से जुड़े हर शख्स कि है।
उमेश द्विवेदी मूल रूप से प्रतापगढ़ के लालगंज नगर पंचायत के सांगीपुर वार्ड के निवासी हैं। इनके पिता सूर्य नारायण द्विवेदी व माता मनोरमा हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय उमापुर तथा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट पं रामअजोर मिश्र इंटरमीडिएट कॉलेज लालगंज से हुई। वहीं स्नातक तथा परास्नातक की शिक्षा हेमवती नंदन बहुगुणा स्नातकोत्तर महाविद्यालय लालगंज प्रतापगढ़ में हुई। उनकी शैक्षिक योग्यता एमए बीएड है। वर्ष 2014 में पहली बार लखनऊ खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी निर्वाचित हुए थे।
रायबरेली के ऊंचाहार अरखा में सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की स्थापना कर उमेश द्विवेदी शिक्षक बने। उमेश द्विवेदी का जन्म 1 अगस्त 1969 को हुआ था। नवंबर 2019 में उमेश द्विवेदी ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इनके छोटे भाई की पत्नी अनीता द्विवेदी इस समय लालगंज टाउन एरिया की अध्यक्ष हैं। उमेश द्विवेदी की पत्नी रीता द्विवेदी ऊंचाहार में प्राइमरी स्कूल की अध्यापिका हैं। अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतने के कारण उनके समर्थकों में खासा उत्साह है।
उमेश द्विवेदी के पुन: शिक्षक विधायक बनने से लालगंज क्षेत्र का रुतबा बढ़ गया है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य प्रमोद तिवारी, कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और पूर्व मंत्री शिवकांत ओझा जैसे दिग्गज नेताओं का गृह क्षेत्र भी है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि उमेश द्विवेदी के दोबारा शिक्षक विधायक चुन लिए जाने से प्रदेश की राजनीति में लालगंज क्षेत्र का दबदबा बढ़ा है।