कपड़ों की तरह ‘दल’ बदलते नेता जी
राजनीति में विचरधारा और सोच अब सिर्फ किताबी बातें भर रह गयी हैं, राजनितिक दल अब सिर्फ रंगीन कपड़ों की तरह बन कर रह गए हैं। जब जिसे जहां मन चाहा बदल लिया। इसका जीवंत उदाहरण अगर देखना हो तो एक बार झारखण्ड का रुख जरूर करें। यहां विधानसभा चुनाव के पहले दल बदलने की …