क्या 2024 में होगा दुनिया का सबसे महंगा चुनाव? पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार खर्च होंगे इतने करोड़
उम्मीदवार द्वारा चुनाव अभियान के लिए सार्वजनिक सभाओं, रैलियों, पोस्टर, बैनर वाहनों और विज्ञापनों पर जो खर्च आते हैं, उसे ही चुनावी खर्च के रूप में कैलकुलेट किया जाता है. लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम यानी आरपीए 1951 की धारा 77 के तहत हर उम्मीदवार को नामित होने की तारीख और परिणाम की घोषणा की तारीख के …