बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क एक बार अपने बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। बर्क ने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के भूमि पूजन को लेकर कहा वह जगह बाबरी मस्जिद थी, बाबरी मस्जिद है और हमेशा रहेगी। BJP और RSS ने अपनी ताकत के बल पर अदालत से अपने हक में फैसला कराकर मंदिर की संग-ए-बुनियाद रखकर जम्हूरियत और सेक्युलीरिज्म का कत्ल किया है। बर्क ने गुरुवार को बयान जारी कर यह भी कहा कि BJP हुकूमत ने मुल्क के लिए दी गई मुसलमानों की कुर्बानी को भुला दिया है।
समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि हिंदुस्तान का मुसलमान ऐसे धर्म को मानता है जो इंसानों के बीच प्यार और मोहब्बत का पैगाम देता है। इंसाफ के तकाजे को पूरा करता है। मुसलमान धर्म यह बताता है कि जहां एक मस्जिद बन जाती है वहां कयामत तक मस्जिद ही रहती है। मुसलमान अल्लाह के भरोसे हैं और उसी के भरोसे रह रहे हैं। मुसलमानों को किसी मोदी या योगी की जरूरत नहीं है। मुसलमान फिक्रमंद न हो एकता बनाए रखें और धैर्य रखें। मायूस न हो। क्योंकि यह कुर्फ है। कानून का सम्मान करें।
जारी बयान में सांसद डॉ. बर्क ने कहा कि हमें अपने मुल्क की सलामती के लिए संविधान को बचाना है। BJP के राज में लोकतंत्र का खून हो रहा है। सेक्यूलर हिंदुस्तान की पहचान भी अंतर राष्ट्रीय स्तर पर खत्म हो रही है। संसद में मैंने कई बार कहा है कि फिरकापरस्ती की बुनियाद पर मुल्क एकजुट नहीं रह सकता है। कुछ वक्त के लिए कोई इक्तेदार में रह सकता है लेकिन जुल्म का भी अंत है। उन्होंने कहा कि जिस समय फैसला आया उस समय भी मुसलमानों ने सब्र का पैगाम दिया और अब भी दे रहे हैं। जो भी हुआ वह गलत हुआ लेकिन मुसलमानों को किसी से भी डरने की जरूरत नहीं है।