जामिया हिंसा मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि हम कोई ट्रायल कोर्ट नहीं हैं। गृह मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली पुलिस ने गोली नहीं चलाई और न ही गोली से किसी छात्र को निशाना बनाया। सुप्रीम कोर्ट मामले की जल्द सुनवाई के लिए तैयार हो गया है और आज ही इस पर सुनवाई होगी। सूत्रों का कहना है कि सुनवाई के लिए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच चुके हैं, एक घायल पुलिसकर्मी को भी लाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘हम ट्रायल कोर्ट नहीं हैं। याचिकाकर्ता को संबंधित हाई कोर्ट में जाकर अपील करनी चाहिए थी। देश मे जो भी हिंसा हो रही है, उसके लिए हम अन्य संस्थाओं के अधिकारक्षेत्र का अधिग्रहण नहीं कर सकते। इस तरह के आदेशों को जारी करने के लिए स्थिति और फैक्ट अलग होने चाहिए। यह मामला आज आइटम 42 के रूप में पहले से ही लिस्टेड है। जिसपर आज कोर्ट सुनवाई करेगा।’
चीफ जस्टिस ने हिंसा की घटनाओं पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हिंसा हर हाल में रुकनी चाहिए। CJI एस ए बोबडे ने कहा, ‘अगर आप (प्रदर्शनकारी स्टूडेंट्स) हमारे पास समाधान के लिए आए हैं तो आपको शांति से अपनी बात रखनी होगी। अगर प्रदर्शनकारी बने रहना चाहते हैं तो आप वही करें। हम अधिकारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन यह जंग के माहौल में नहीं हो सकता। पहले यह सब (हिंसा) समाप्त होना चाहिए उसके बाद ही हम स्वत: संज्ञान लेंगे।’