CAA को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रहा है। कई राज्यों में इसके विरोध में हिंसा भी हो रही है। आज विपक्ष का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल से शिवसेना ने दूरी बना ली है। पहले कहा जा रहा था कि शिवसेना इसका हिस्सा है।
इस कानून के खिलाफ रविवार को दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंसक प्रदर्शन हुए। जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा गया और पुलिस को छात्रों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। विपक्ष की राष्ट्रपति से मुलाकात से अपनी पार्टी को अलग करते हुए शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत का कहना है कि मुझे इस बारे में नहीं पता।