Russia-Ukraine War Crisis Update: रूस यूक्रेन जंग को पूरा एक साल होने वाला है लेकिन उससे पहले UNHRC यानी यूनाइटेड नेसंस ह्यूमन राइट्स कमीशन की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 24 फरवरी 2022 को युद्ध शुरू होने के बाद 14 फरवरी 2023 तक 1 करोड़ 86 लाख लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं। इसे 21 वीं सदी का सबसे बड़ा और दूसरे विश्व युद्ध के बाद यूरोप का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट कहा जा रहा है। इतना ही नहीं करीब 2 करोड़ लोग बेघर हो गए हैं। 4 करोड़ की आबादी वाले यूक्रेन से 1 करोड़ 86 लाख लोग देश छोड़कर चले जाना यानी कि करीब-करीब आधा यूक्रेन इस वक्त खाली हो चुका है। यूक्रेन के करीब 45% आबादी ने पलायन कर लिया है।
कहां पहुंचे यूक्रेन के शरणार्थी ?
यूक्रेन
पोलैंड
रूस
बेलारूस
मोल्डोवा
रोमानिया
हंगरी
स्लोवाकिया
किस देश में यूक्रेन से भागकर कितने रिफ्यूजी पहुंचे हैं।
पोलैंड- 96 लाख
रूस- 28.5 लाख
हंगरी- 22.15 लाख
रोमानिया- 19.67 लाख
स्लोवाकिया- 11.62 लाख
मोल्डोवा- 7.70 लाख
यूरोप में युद्ध का सबसे ज्यादा असर पोलैंड पर पड़ा है। यूक्रेन की मदद में पोलैंड की अर्थव्यवस्था चरमराई गई है। पोलैंड यूक्रेन का पड़ोसी है। 530 km लंबा बॉर्डर है। यूक्रेन के रिफ्यूजी पोलैंड से ही यूरोप में एंट्री करते हैं। यूक्रेन के सबसे ज्यादा रिफ्यूजी पोलैंड में मौजूद है।
युद्ध के बीच 1 करोड़ 86 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ा दिया। यूक्रेन की 45 फीसदी आबादी का देश से पलायन कर चुकी है। 80 लाख रिफ्यूजी का अब तक यूरोपीय देशों में रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। 2021 की जनगणना में यूक्रेन की आबादी 4.1 करोड़ थी।