इराक में प्रदर्शनकारी भ्रष्ट व्यवस्था को ठीक-ठाक करने और देश को विदेशी शक्तियों से मुक्त कराने की मांग पर अड़े हुए हैं। इराक के लोग खस्ताहाल अनिवार्य सेवाओं, नौकरियों के अभाव और भ्रष्टाचार के खिलाफ अक्टूबर की शुरुआत से प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई हिंसक झड़पों में 420 लोगों की मौत हो चुकी है और 15,000 लोग घायल हुए हैं। इस सप्ताह राजधानी बगदाद, पवित्र शहर नजफ और प्रधानमंत्री मेहदी के जन्मस्थान नासिरिया शहर में हुई झड़पों में दर्जनों लोगों की मौत हुई है।
इराक में जारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री आदिल अब्दुल मेहदी ने संसद को औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस बीच, बगदाद (Baghdad) और दक्षिणी इराक में तीन सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों की मौत भी हो गई और कम से कम 58 लोग घायल भी हो गए है । संसद के दो सदस्यों ने कहा कि सांसद रविवार को संसद के सत्र में या तो मेहदी के इस्तीफे को लेकर मतदान करेंगे या इसे स्वीकार कर लेंगे।
प्रधानमंत्री मेहदी ने प्रदर्शकारियों और शीर्ष शिया धर्मगुरु आयतुल्ला अली सिस्तानी की ओर से बढ़ते दबाव के कारण शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि वह रविवार तक संसद को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।