राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम के बीच बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कार्यभार संभाला । करीब साढ़े 6 साल तक अध्यक्ष रहे सचिन पायलट को पद से हटाए जाने के बाद डोटासरा के कार्यभार संभालने के मौके पर मुख्यमंत्री Ashok Gehlot ने बागी विधायकों के प्रति नरमी का संकेत दिया । कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर बागी विधायक माफी मांगते हैं तो उन्हे पार्टी आलाकमान का फैसला मंजूर होगा ।
गहलोत ने कहा कि यदि ये विधायक वापस लौटना चाहते हैं तो पार्टी आलाकमान से अपने व्यवहार के प्रति माफी मांग सकते हैं । उन्होंने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री हूं और मुख्यमंत्री मैं ही रहूंगा । जिस तरह से केंद्र सरकार के सहयोग से धनबल के प्रयोग से राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है वो जनता के सामने है। गहलोत ने कहा कि ऐसे समय में जब जीवन को बचाने का सवाल होता है तो सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है । केंद्र सरकार को ऐसे समय में भी कैसे फुर्सत मिल सकती है कि कर्नाटक के बाद MP और राजस्थान में षड्यंत्र रचा जा रहा है । हमारे सभी योद्धा विधायक पिछले 15 दिनों से एक साथ हैं, चाहे 21 दिन हो या 31 दिन हो साथ रहेंगे और जीत हमारी होगी ।
उन्होंने कहा कि होटल में हम मजबूरी में रह रहे हैं । BJP हमारे विधायकों को लालच दे रही है । लेकिन सरकार पूरे 5 साल चलेगी । राज्यपाल द्वारा विधानसभा सत्र को लेकर मंत्रिमंडल का प्रस्ताव लौटाए जाने पर कहा कि कैबिनेट के प्रस्ताव की फाइल जब राजभवन जाती है तब राज्यपाल का काम केवल उसको अप्रूव करना होता है । 70 साल के इतिहास में पहली बार किसी राज्यपाल का व्यवहार इस तरह से हुआ है । राज्यपाल अच्छे व्यक्ति हैं,मदुभाषी है लेकिन अब वह किसके इशारे पर काम कर रहे हैं कि आप भी समझते हो, हम भी समझते हैं, जनता भी समझती है ।इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने आरोप लगाया कि BJP कांग्रेस शासित राज्य सरकारों को अस्थिर करने का काम कर रही है ।
केंद्रीय एजेंसियों का विपक्षी नेताओं के खिलाफ उपयोग किया जा रहा है । गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में कार्यकर्ताओं की सत्ता में हिस्सेदारी और सरकार को मजबूत करने का काम करूंगा । उन्होंने कहा कि सरकार को गिराने के BJP के प्रयास सफल नहीं होने दिए जाएंगे ।