रांची से सवा दो सौ किलोमीटर दूर मुसुरमू गांव है। यह गांव पलामू जिले के रामगढ़ प्रखंड का हिस्सा है। यहां उनका दो कमरों का खपरैल मकान है। तेतरी देवी ने कहा, 18 अगस्त की सुबह गांव के स्कूल में मेरी जाति के लोगों की पंचायत हुई। उसमें मेरे पति को भी बुलाया गया। वहां मेरी बेटी पर बदचलन होने का आरोप लगाया गया।
तेतरी ने कहा, मेरे पति से इस एवज में 40 हजार रुपये का जुर्माना देने और सबके सामने उठक-बैठक करने के लिए कहा गया। इसका विरोध करने पर लोगों ने उनको पीटा। तब वहां मौजूद मेरे भाई राजेंद्र ने सात हजार रुपये का जुर्माना जमा करा कर इस विवाद को खत्म करने की गुजारिश की। लेकिन वे नहीं माने।
तेतरी कहती हैं, मेरे पति वहीं से जंगल की ओर चले गए। मैंने तभी उन्हें अंतिम बार देखा था। हमें लगा कि वे वापस लौट आएंगे। लेकिन, तीन दिन बाद उनकी लाश आई। वे यहां से खुद चलकर गए थे लेकिन कंधों पर चढ़कर आए। तेतरी देवी ने कहा, जिस बेटी को समाज ने बदचलन कहा, उसकी उम्र पंद्रह साल है। मेरी बेटी ने कुछ भी गलती नहीं की है।
कटहर टोला के महेश्वर यादव किसान हैं। उन्होंने भी तेतरी देवी की बातों की तस्दीक की और बताया कि कुलदीप प्रजापति अच्छे आदमी थे। उनका व्यवहार सबसे ठीक था। महेश्वर यादव ने बीबीसी से कहा, पंचायत की बात पता चलने पर हमलोग भी स्कूल में पहुंचे। कुम्हारों ने हमें वहां से हट जाने के लिए कहा। उनकी दलील थी कि यह जाति की पंचायत है।
हमें उस कमरे से निकलना पड़ा लेकिन तब हो रही तेज बारिश के कारण हमलोग स्कूल के बरामदे में आकर खड़े हो गए। महेश्वर कहते हैं, अंदर कुलदीप को पीटा जा रहा था। पंचायत में शामिल लोगों ने उनके अनुरोध पर जुर्माने की रकम घटाकर 11 हजार रुपये कर दी, लेकिन उतना पैसा भी कुलदीप के पास नहीं था। तब उनके साले राजेंद्र प्रजापति ने सात हजार रुपये दिए।
तीन अभियुक्तों की गिरफ़्तारी
तेतरी देवी ने रामगढ़ थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है। उस थाने के प्रभारी धूमा किस्कू ने बीबीसी को बताया कि पुलिस ने तीन नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा, तेतरी देवी ने सात लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखाई थी। इनमें से चार लोग उनके ही गांव के हैं।
बाकी तीन लोग पड़ोसी गांवों के हैं। हमारी अब तक की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि कटहर टोला के स्कूल में प्रजापति समाज के लोगों की पंचायत हुई थी। इसमें मृतक कुलदीप प्रजापति की बेटी पर बदचलन होने का आरोप लगाया गया था।