भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि बीजेपी को यूपी चुनाव में दिक्कत नहीं आने वाली हैं क्योंकि उनेक ‘चाचा जान’ यूपी में आ चुके हैं। टिकैत ने कहा, ‘ असदुद्दीन ओवैसी आ गए हैं, वो तो बीजेपी को जिताकर ही मानेंगे।’ टिकैत का ये बयान उस बयान के बाद आया है, जिसमें सीएम योगी ने ‘अब्बा जान’ शब्द का इस्तेमाल किया था। योगी आदित्यनाथ ने बीते रविवार को कुशीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दर्शकों से पूछा था कि क्या उन्हें राशन मिल रहा है और 2017 से पहले यह राशन उन्हें कहां से मिल रहा था? मुख्यमंत्री ने कहा था, ”क्योंकि तब ‘अब्बा जान’ कहे जाने वाले लोग राशन को खा जाते थे।”
वहीं आज एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह यूपी की 403 सीटों में से लगभग 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना बना रहे हैं। जब उनका ध्यान अतीक अहमद जैसे आपराधिक इतिहास वाले लोगों को पार्टी में शामिल किए जाने पर हो रहीं आलोचना की ओर खींचा गया, तो उन्होंने कहा, “और क्या प्रज्ञा ठाकुर दूध की धुली हैं?” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, भाजपा और उसके सहयोगी दलों के कई विधायकों का आपराधिक रिकॉर्ड है।
ओवैसी ने कहा, “अगर वे सम्मानित जनप्रतिनिधि हैं …. तो अतीक अहमद भी कुछ अप्रमाणित आरोपों वाले इस देश के नागरिक हैं और इसलिए चुनाव लड़ने के योग्य हैं।” उन्होंने योगी आदित्यनाथ की “अब्बा जान” वाली टिप्पणी का उल्लेख करते हुए चुटकी लेते कहा कि यह “बाबा” की ओर से ध्रुवीकरण की रणनीति थी।
तालिबान को लेकर उनके नजरिये के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने नाराजगी जताई और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को चुनौती दी कि वह तालिबान को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित करे। हैदराबाद के सांसद ने यह भी मांग की कि सरकार, इस तथ्य को देखते हुए कि भारत वर्तमान में प्रतिबंधों पर संयुक्त राष्ट्र की समिति का नेतृत्व कर रहा है, क्या यह आश्वासन देती है कि तालिबान नेताओं में से किसी को भी आतंकवादियों की सूची से नहीं हटाया जाएगा।