Punjab Cabinet Expansion: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी नई टीम तैयार कर ली है। आज शाम साढ़े 4 बजे नए मंत्री शपथ लेंगे। माना जा रहा है कि चन्नी की कैबिनेट में सात नए चेहरों को शामिल किया जाएगा, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की सरकार में शामिल रहे 5 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने की संभावना है। कहा जा रहा है कि Punjab के दोआबा क्षेत्र के 3 विधायकों को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। कैप्टन सरकार में कुछ महीने तक मंत्री रहने वाले राणा गुरजीत सिंह अब चन्नी सरकार में दोबारा कैबिनेट मंत्री बन सकते हैं।
बता दें कि दोआबा Punjab का एक ऐसा क्षेत्र है जहां से काफी कम संख्या में विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिला है, लेकिन अब चरणजीत सिंह चन्नी के CM बनने के बाद यहां की तस्वीर बदलने वाली ही। Punjab विधानसभा में दोआबा के 23 विधानसभा क्षेत्र हैं। यहां से फिलहाल कांग्रेस के 18 विधायक हैं। लेकिन इसमें केवल एक कैबिनेट मंत्री थे- होशियारपुर जिले के सुंदर शाम अरोड़ा।
अमरिंदर राज में दोआबा नजरअंदाज
अमरिंदर सिंह के मंत्रिमंडल में दोआबा का बहुत कम प्रतिनिधित्व था। 16 मंत्रियों में से 10 मालवा क्षेत्र से थे, 5 माझा क्षेत्र से और एक दोआबा से था। यहां तक कि पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिद्धू भी माझा से मंत्री थे, जिन्होंने बाद में इस्तीफा दे दिया था।
दोआबा में कब किसको मिला मौक
2017 में जब कांग्रेस सत्ता में आई तो 2 मंत्रियों को दोआबा से चुना गया, जिसमें अरोड़ा और कपूरथला विधानसभा क्षेत्र से 3 बार के विधायक राणा गुरजीत सिंह शामिल थे। 2017 में, विधानसभा में दोआबा के 15 विधायक थे और फिर कांग्रेस ने 2018 और 2019 में यहां से 2 और विधानसभा सीटें जीतीं। जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और नवांशहर सहित 4 जिलों वाले दोआबा से विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 18 हो गई है।
अलग-अल क्षेत्रों का हाल
जालंधर से कांग्रेस के 9 सीटों में से 6 विधायक हैं। कपूरथला में कांग्रेस के चारों विधायक। नवांशहर में 3 सीटों में से 2 कांग्रेस विधायक हैं, और होशियारपुर में इसके 7 क्षेत्रों में से 6 कांग्रेस विधायक हैं।
इन मंत्रियों को मिल सकता है मौका
दिल्ली में कांग्रेस नेता Rahul Gandhi और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक के बाद चन्नी नीत मंत्रिमंडल के नामों पर सहमति बनी। मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा करने के लिए चन्नी को कांग्रेस आलाकमान ने शुक्रवार को दिल्ली तलब किया था। जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह प्रदेश कांग्रेस महासचिव हैं और उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का करीबी समझा जाता है। अमृतसर पश्चिम के विधायक राजकुमार वेरका अनुसूचित जाति से आते हैं जबकि गुरकिरत सिंह कोटली खन्ना से विधायक हैं एवं पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं।