पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) फिर से शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। उनकी ये शादी डॉक्टर गुरप्रीत कौर से होगी। मिली जानकारी के मुताबिक सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) के लिए लड़की उनकी मां और बहन ने चुनी है। इस शादी में सिर्फ परिवार के लोग ही शामिल होंगे। हालांकि नए जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए खुद अरविंद केजरीवाल कार्यक्रम में शामिल होंगे। बता दें कि भगवंत मान (Bhagwant Mann) का 6 साल पहले तलाक हो गया था और उनकी पहली पत्नी और बच्चे अमेरिका में रहते हैं।
पंजाब के सीएम के रूप में भगवंत मान (Bhagwant Mann) के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए उनके दोनों बच्चे पंजाब आए थे। जानकारी के मुताबिक भगवंत मान (Bhagwant Mann) की मां की इच्छा थी कि पंजाब के मुख्यमंत्री एक बार फिर से अपना घर बसाएं। आपको बता दें कि भगवंत की ये शादी किस तारीख को होगी इसका खुलासा नहीं हुआ है…
भगवंत मान ने पहली पत्नी को दे दी सारी संपत्ति
CM भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने बताया कि उनका पहली पत्नी से तलाक हो चुका है। उन्होंने पूर्व पत्नी की तारीफ करते हुए बताया कि वो एक अच्छी माँ हैं, जिसने उनके बच्चों की बेहतरीन परवरिश की, साथ ही ये भी बताया कि जब उनका तलाक हुआ तो उन्होंने अपनी 100 फीसद यानि सारी संपत्ति उनको दे दी थी।
भगवंत मान की पहली शादी और बच्चे
बता दें कि भगवंत मान (Bhagwant Mann) की पहली शादी इंदरप्रीत कौर के साथ हुई थी, लेकिन 2015 में दोनों आपसी सहमति से तलाक लेकर अलग होने का फैसला किया था। खबरों के मुताबिक तलाक के बाद इंदरप्रीत कौर दोनों बच्चों के साथ अमेरिका चली गईं। भगवंत मान (Bhagwant Mann) के बेटे का नाम दिलशान है और बेटी का नाम सीरत है। पहली पत्नी से तलाक होने के बाद भगवंत ने फेसबुक पर लिखा था कि मुझे अपने दो परिवारों में से किसी एक को चुनना था और मैंने पंजाब को चुना।
भगवंत मान का राजनीतिक सफर
भगवंत मान (Bhagwant Mann) के राजनीतिक सफर की बात करें तो शुरुआती दिनों में भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने पंजाब पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया की राजनीति की. इसी पार्टी से उन्होंने चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार मिली। आगे चलकर भगवंत मान (Bhagwant Mann) आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और 2014 में संगरूर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर संसद पहुंचे. साल 2017 में भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने जलालाबाद से सुखबीर बादल और रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन 18,500 वोटों से हार गए… लेकिन 2019 के चुनाव में एक बार फिर से संगरूर लोकसभा सीट से संसद के लिए चुने गए।