कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं को ध्वस्त कर दिया है। ऐसे में PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इस समय को भी भारत के लिए एक मौके की तरह देख रहे हैं। इसी कड़ी में PM ने राष्ट्र के नाम संबोधन में पहली बार ‘लोकल पर वोकल’ (Local par Vocal) का नारा दिया है। चलिए जानते हैं क्या है इस नए नारे के मायने।
कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर अंकुश के लिये लागू लॉकडाउन (Lockdown) के तीसरे चरण के समाप्त होने से 5 दिन पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में PM ने कहा कि संकट के इस दौर में ‘लोकल’ ने ही हमें बचाया है। स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों ने ही आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है, हमें इसे ही अपने आत्मनिर्भर बनने का मंत्र बनाना चाहिये।
PM ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ को सशक्त बनाना है। यह सब आत्मनिर्भरता, आत्मबल से ही संभव होगा। उन्होंने कहा, ‘समय की मांग है कि भारत हर प्रतिस्पर्धा में जीते, सरकार जो आर्थिक पैकेज घोषित कर रही है उसमें अनेक प्रावधान किये गये हैं, इससे क्षमता बढ़ेगी, गुणवत्ता बेहतर होगी।’ मोदी ने स्थानीय उत्पाद के मामले में खादी और हथकरघा का उदाहरण देते हुये कहा, ‘आपसे मैंने इन उत्पादों को खरीदने का आग्रह किया तो इन उत्पादों की बिक्री रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई। इसका काफी अच्छा परिणाम मिला।’
PM ने कहा कि एक वायरस ने पूरी दुनिया को तहस – नहस कर दिया, सारी दुनिया जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है। यह मानव जाति के लिये अकल्पनीय है। उन्होंने कहा, ‘हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा यह इस संकट से भी विराट होगा।’ मोदी ने सरकार की ओर से अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के लिये 20 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक पैकेज की घोषणा करते हुये कहा कि यह पैकेज 2020 में आत्मनिर्भर भारत को नई गति देगा।
उल्लेखनीय है कि भारत में CORONAVIRUS महामारी कि रफ्तार रोकने के लिए 25 मार्च से ही LOCKDOWN लागू है। कहा जा रहा है कि देश में लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो रहा है। लेकिन इस बीच PM ने एक नई उम्मीद जगाने के लिए नया नारा दिया है।