अमेरिका और ईरान में तनाव नया नहीं है । यह तनाव दशकों पुराना है । 2020 के शुरूआत में ही अमेरिकी स्ट्राइक के बाद इराकी मिलिशिया ने कहा कि इस एयर स्ट्राइक में इलाइट कुड्स फोर्स के हेड ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी, इराकी मिलिशिया कमांडर अबू महदी अल-मुहांडिस समेत 7 लोगों की मौत हो गई है । इसके बाद अमेरिका और ईरान में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है । इससे पहले जब भी अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ा है तब-तब फारस की खाड़ी में गंभीर परिणाम हुए हैं । इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ता है । ईरान तत्काल यह चेतावनी दे सकता है कि अमेरिका से सैन्य तनाव बढ़ता है तो वह दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण तेल धमनी कहे जाने वाले हॉर्मूज जलडमरूमध्य को बंद कर देगा । हॉर्मूज जलडमरूमध्य पर ईरान इसलिए दम भरता है क्योंकि यह ऐसी जगह है जो पूरी दुनिया के तेल व्यापार पर असर डालती है ।
यदि ईरान हॉर्मूज जलडमरूमध्य बंद करता है तो तेल के लिए दुनिया भर में हाहाकार मच जाएगा । ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सऊदी अरब, इराक, UAE, कुवैत, कतर और ईरान का ज्यादातर तेल का निर्यात हॉर्मूज जलडमरूमध्य के जरिए होता है । यहां से हर दिन करीब 15 मिलियन बैरल्स प्रतिदिन तेल की सप्लाई होती है । यदि यह बंद होता है तो यूएस, यूके समेत कई देशों में तेल की किल्लत हो जाएगी और तेल के दाम बढ़ेंगे । साथ ही खाड़ी देशों में हालात बिगड़ेंगे और संघर्ष की स्थिति पैदा होगी ।