KGMU में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की डॉ. शीतल वर्मा ने Coranavirus को लेकर लोगों का सावधानी रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि चीन, जापान, सिंगापुर व हांगकांग समेत अन्य देशों की यात्रा से लौटने वाले 14 दिन के भीतर Coranavirus की जांच जरूर कराएं। फिर चाहे यात्री को सर्दी-जुकाम, बुखार समेत दूसरे लक्षण नजर आ रहे हो या नहीं। क्योंकि ये लक्षण संक्रमण फैलने के 14 दिन बाद ही नजर आते हैं। संक्रमण से बचने के लिए समय पर जांच जरूर कराएं।
डॉ. शीतल वर्मा ने कहा कि चीन समेत कई देशों में Coranavirus कहर बरपा रहा है। इन देशों की यात्रा से लौटाने वाले संजीदा रहे। भारत आने पर जांच कराएं। उन्होंने बताया कि Coranavirus के लक्षण बुखार, खांसी, गले में खराश और अन्य श्वसन समस्या नजर आने पर जांच कराएं। मरीज के संपर्क में आने वाले जांच कराएं।
KGMU माइक्रोबायोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. अमिता जैन के मुताबिक Coranavirus की पहचान के लिए देश में 13 वायरोलॉजी प्रयोगशाला है। KGMU व उत्तराखंड के लिए इस वायरस के परीक्षण के लिए नोडल केंद्र है। उन्होंने कहा कि भारत में कुल तीन मामले मिले। सभी रोगियों को स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई। KGMU माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 55 संदिग्ध मामलों का परीक्षण किया गया। किसी भी मरीज में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।