नागरिकता संशोधन कानून का देशभर में हो रहे विरोध के बाद अब मुस्लिम देशों के सबसे बड़े मंच इस्लामिक सहयोग संगठन यानी ओआईसी ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। नागरिकता संशोधन कानून पर ओआईसी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और अयोध्या मामले पर आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला कई आशंकाओं और चिंताओं को जन्म देता है। इस्लामिक सहयोग संगठन ने आगे कहा कि इन दोनों ही मुद्दों पर उनकी कड़ी नजर है।
आपको बता दें इस्लामिक सहयोग संगठन में पाकिस्तान समेत कुल 57 मुस्लिम
देश शामिल हैं। बीते रविवार को जारी किए गए बयान में ओआईसी ने भारत सरकार से
मुस्लिम अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग
की है इतना ही नहीं इस्लामिक सहयोग संगठन ने आगे कहा कि इन सिद्धांतों के विपरीत
कोई भी कदम उठाया जाता है तो उससे तनाव की स्थिती पैदा होगी। और इससे क्षेत्र की
सुरक्षा और शांति पर भी बुरा असर पड़ सकता है।