जहां एक ओर देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर देश के कुछ राज्य मौसम की मार झेलने को भी मजबूर हैं। बता दें देश के उत्तर-पूर्व राज्य असम में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। बीते बुधवार को असम में बाढ़ की वजह से गोलपारा जिले के रोंगजुली में हालात बेकाबू हैं। असम में ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। हालात ये है कि लाखों लोगों को बाढ़ से जान बचाने के लिए आपना घर बार छोड़ना पड़ा है। असम के 11 जिलों 321 गांव के 2 लाख 72 हजार लोग बेघर हो गए हैं, तो कई लोगों की जान भी जा चुकी है। असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक इस वक्त असम के 33 जिलों में से 11 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। असम के धेमाजी, लखीमपुर, नगाँव, होजई, दर्रांग, बारपेटा, नलबाड़ी, गोलपारा, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में बाढ़ के कारण लगभग 2.72 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही गोलपारा जिले में मचाई है। जहां 2.15 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। साथ ही असम के ही नलबाड़ी जिले में कुल 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। नगाँव जिले में लगभग 11,000 लोग बाढ़ की कहर की मार झेल रहे हैं। वहीं 321 गांव पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं।
बता दें 2,678 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। 57 राहत शिविरों में अबतक 16 हजार से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं। असम के बाढ़ प्रभावित इलाको में बिजली पीने के पानी के साथ ही यातायात भी प्रभावित हुई है। वहीं असम में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमों को तैनात किया गया है। राहत बचाव कार्य के तहत असम के गोलपारा में पिछले 24 घंटों में नौ लोगों को बचाया जा चुका है। खबर है कि बाढ़ में अब तक 5 लोगों की जान जा चुकी है।