इकोनॉमिक्स के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा हो गई है। अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज इस साल भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी, एस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को मिला है। वैश्विक गरीबी को कम करने के लिए प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए इन्हें सम्मानित किया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने सोमवार को इसकी घोषणा की। बता दें कि एस्थर डुफ्लो, अभिजीत की पत्नी हैं।
इस पुरस्कार को आधिकारिक तौर पर ‘बैंक ऑफ स्वीडन प्राइज इन इकोनॉमिक साइंसेज इन मेमोरी ऑफ अल्फ्रेड नोबेल’ के रूप में जाना जाता है, यह पुरस्कार संस्थापक द्वारा नहीं बनाया गया था, लेकिन इसे नोबेल का हिस्सा माना जाता है। एकेडमी ने अपने बयान में कहा, ‘इन्होंने वैश्विक गरीबी से लड़ने के सर्वोत्तम तरीकों को लेकर एक विश्वसनीय और नया दृष्टिकोण पेश किया है।’ उन्हें 90 लाख स्वीडिश क्राउन (9लाख 15हजार 300 डालर) मिलेगा।
कौन हैं अभिजीत बनर्जी
कोलकाता में जन्में 58 वर्षीय बनर्जी ने कलकत्ता विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और हार्वर्ड विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की, जहां उन्होंने 1988 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। वह वर्तमान में एमआइटी वेबसाइट पर अपनी प्रोफाइल के अनुसार मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं।