PM Imran Khan

क्यों खतरे में पीएम इमरान खान की कुर्सी? जानिए इसकी वजह

पाकिस्तान (Pakistan) में प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। देश में महंगाई समेत कई मोर्चों पर नाकाम इमरान खान (Imran Khan) सरकार के खिलाफ पाकिस्तान (Pakistan) की संसद (National Assembly) में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी की जा रही है। शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान (Pakistan) डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नो कॉन्फिडेंस मोशन (No Confidence Motion) लाने का फैसला किया है।

विपक्षी पार्टियों के इस गठबंधन में बिलावाल अली जरदारी भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी, नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग और इमरान खान (Imran Khan) सरकार में सहयोगी पार्टियां मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट व पाकिस्तान (Pakistan) मुस्लिम लीग भी शामिल है। ये सभी दल इमरान खान (Imran Khan) सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं।

नवाज शरीफ दौड़ में शामिल नहीं

सूत्रों का कहना है कि अगर इमरान खान (Imran Khan) को प्रधानमंत्री की कुर्सी गंवानी पड़ती है तो उस स्थिति में पाकिस्तान (Pakistan) पीपुल्स पार्टी के आसिफ अली जरदारी को अगले पीएम के तौर पर देखा जा सकता है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस दौड़ में शामिल नहीं हैं। पाकिस्तान (Pakistan) मुस्लिम लीग-नवाज की वाइस प्रेसिडेंट मरियम नवाज ने हाल ही में कहा कि, अगर विपक्ष भी सरकार की तरह बर्ताव करेगा तो विपक्ष से भी अवाम का भरोसा एक दिन उठ जाएगा।

दरअसल पिछले सप्ताह पीएम इमरान खान ( PM Imran Khan) ने यह किया स्वीकार किया था कि वे चुनावों में किए गए वादों को लागू करने में कामयाबनहीं हो सके। रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान (Imran Khan) ने इसके लिए सिस्टम पर ठीकरा फोड़ा है। इमरान खान (Imran Khan) का कहना है कि सिस्टम की खामियों के कारण वह देश में जरूरी बदलाव नहीं ला पाए।

उधर पाकिस्तान (Pakistan) डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने इस बात की पुष्टि की है कि वह पीएम इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव संसद में पेश करेंगे। पीडीएम के चीफ मौलाना फजलूर रहमान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, हमने अविश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की है क्योंकि हम ऐसा करना चाहते हैं।

फजलूर रहमान ने यह भी कहा कि, इमरान खान (Imran Khan) सरकार में शामिल सहयोगी पार्टियों से भी संपर्क किया जाएगा और पीडीएम उन्हें अपने साथ में लाने की कोशिश करेंगे ताकि नेशनल असेंबली में वोटिंग के दौरान हमारी जीत की संभावना अधिक रहेगी। हालांकि इससे पहले नवाज शरीफ पाकिस्तानी संसद में बदलाव के पक्ष में नहीं थे।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1