भारत के मिजोरम में गुरुवार शाम को 5.0 रिक्टर स्केल की तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार भूकंप का केंद्र मिजोरम के चम्फाई में था। वहीं, न्यूजीलैंड में भी गुरुवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.4 दर्ज की गई है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि इसका केंद्र उत्तर-पूर्व न्यूजीलैंड में केरमाडेक आइलैंड पर ओपिटिकी में जमीन के 33 किलोमीटर नीचे था।
बताया जा रहा है कि भूकंप के असर से सुनामी की लहरे न्यूजीलैंड में नहीं उठेंगी। लेकिन एपिसेंटर से 300 किलोमीटर दूर सूनामी कहर बरपा सकती है। जिओनेट के मुताबिक, करीब 9000 लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। इससे पहले मंगलवार को प्लेंट्री की खाड़ी में भूकंप आया था।
न्यूजीलैंड में गुरुवार शाम को आए तीव्र भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। पैसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने चेतावनी देते हुए बताया कि फिजी, केरमेडेक द्वीप समूह, न्यू कैलेडोनिया, न्यूजीलैंड, नीयू, टोंगा और वानुअतु में भूकंप के कारण सुनामी की लहरें आ सकती हैं। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.4 मापी गई है।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का केंद्र न्यूजीलैंड के नॉर्थ आइलैंड के एक शहर ओपोटिकी से 685 किमी उत्तर-पूर्व में है। भूकंप के तुरंत बाद सभी केंद्रों ने सुनामी की चेतावनी जारी करते हुए देशों से अनुरोध किया है कि वे समुद्र के किनारे बसे हुए लोगों को सूचित कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दें।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि शुरुआती अनुमानों के अनुसार, समुद्र में 3 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। इन लहरों के जमीन पर टकराने के दौरान और शक्तिशाली होने की संभावना है। जनहानि को बचाने के लिए सभी केंद्रों ने एक साथ चेतावनी को जारी किया है।
भूकंप के तुरंत बाद, न्यूजीलैंड की आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने एक बयान जारी कर कहा कि यह देश के लिए भूकंप के खतरे का आकलन कर रहा है। नेशनल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी ने ट्वीट किया कि हम आकलन कर रहे हैं कि क्या इस भूकंप से पैदा हुई सुनामी न्यूजीलैंड को प्रभावित कर सकती है?