राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू के अभिभाषण के साथ चतुर्थ झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हुआ। शुक्रवार को नए विधानसभा भवन में यह सत्र शुरु की गई। राज्यपाल ने संविधान की प्रस्तावना का उल्लेख करते हुए विधानसभा सदस्यों को नए सदन की बधाई दी और इसकी गरिमा की रक्षा करने का आह्वान किया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि विधायक कार्यपालिका में अपनी महती भूमिका पूरी जवाबदेही से अदा करें। सत्ता पक्ष जनहित के कार्यों पर फोकस करे और विपक्ष अपनी रचनात्मक भूमिका निभाए। उन्होंने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि सिर्फ विरोध के लिए विरोध नहीं होना चाहिए। बेहतर तरीके से बात रखी जानी चाहिए, जनता सब देख रही है।राज्यपाल ने कहा कि सदन किसी एक दल का नहीं है। स्वस्थ माहौल में वाद-विवाद को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
स्पीकर दिनेश उरांव ने भी सदस्यों को संबोधित किया। संसदीय कार्यमंत्री ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के विशेष सत्र से नदारद रहने पर तंज कसते हुए कहा कि सभी दल के विधायक मौजूद रहते तो अच्छा संदेश जाता। उन्होंने कहा कि हर युक्ति को राजनीतिक नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए। यहां झामुमो के निलंबित विधायक जेपी पटेल मौजूद रहे। झाविमो के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि नए विधानसभा भवन में विशेष सत्र ऐतिहासिक है। ऐसे में सरकार को आज कोई ऐतिहासिक निर्णय कर झारखंड की जनता को व्यापक संदेश देना चाहिए।
प्रदीप यादव ने नए मोटर वाहन कानून में जुर्माना के तौर पर वसूले जा रहे अधिक अर्थदंड को कम करने की मांग करते हुए कहा कि गुजरात ने जब जुर्माना कम कर दिया, तो फिर झारखंड को भी लोगों को राहत देनी चाहिए। उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों में खोले जा रहे एकलव्य स्कूलों की सराहना की। साथ ही बंद हो रहे स्कूलों पर भी सदन का ध्यान आकृष्ट कराया। कांग्रेस के नेता आलमगीर आलम और मंत्री सरयू राय ने भी अपनी बातें रखीं।
विधायकों को इस सत्र के लिए खास तौर पर आमंत्रण भेजा गया था। विशेष सत्र का शुभारंभ राज्यपाल के भाषण से हुआ। इसके बाद विधायक अपनी बातें भी रख सकेंगे। इस विशेष सत्र में झामुमो के विधायक शामिल नहीं हुए हैं। इधर पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने बीते दिन विधानसभा के नए भवन के उद्घाटन समारोह का आमंत्रण नहीं देने पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
इधर विशेष सत्र को लेकर गुरुवार की देर रात तक इस बात की चर्चा रही कि झामुमो के विधायक इसमें भाग नहीं लेंगे। शुक्रवार को झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार ने आनन-फानन में आधे-अधूरे विधानसभा भवन का उद्घाटन कराया है। कई गण्यमान्य लोगों को उद्घाटन समारोह से दूर रखे जाने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई है। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने शुक्रवार को विधायकों की बैठक अपने आवास पर बुलाई थी। बाद में यहीं से सभी विधायक नए विधानसभा भवन में पहुंचे।