देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण की रफ्तार अब कमजोर होने लगी है। कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में कमी आने के बाद प्रतिबंधों में ढील दिए जाने से जन-जीवन सामान्य होने लगा है। स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी फिर से खुलने लगे हैं। शिक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि 11 राज्यों में स्कूल पूरी तरह से खुले हुए हैं जबकि 9 राज्यों में शैक्षाणिक संस्थान बंद हैं। केंद्र सरकार ने कोविड-19 (Covid-19) प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocol) जारी करके नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इन नए दिशा-निर्देशों का पालन स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को फिर से खोलने के दौरान किया जाएगा। दरअसल लंबे विचार-विमर्श के बाद केंद्र ने स्कूलों के लिए यह गाइडलाइंस जारी की है। इसमें स्कूल को फिर से खोलने और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पढ़ाई की व्यवस्था पर जोर दिया गया है।
स्कूलों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश
- स्कूल में पर्याप्त साफ-सफाई और सुविधाएं सुनिश्चित की जाए
- स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो
- स्कूलों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएं, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग संभव न हो
- स्कूल में आने वाले सभी छात्र, शिक्षक और कर्मचारी मास्क पहनकर आएं
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के मामलों में कमी आई है और एक्टिव केस की संख्या भी कम हुई है। इसके अलावा कोरोना का पॉजिटिविटी रेट भी घटा है। पिछले 14 दिनों में कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आई है। 21 जनवरी को पॉजिटिविटी रेट 17.94 फीसदी दर्ज किया गया था वह अब घटकर 10.99 प्रतिशत रह गया है।
बता दें कि कोरोना (Corona) की शुरुआत से ही स्कूल, कॉलेज समेत सभी शैक्षाणिक संस्थान सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं। यूनेस्को के अनुसार, दुनियाभर में भारत में सबसे ज्यादा दिन स्कूल बंद रहे हैं। यहां 82 सप्ताह या डेढ़ साल तक स्कूल बंद रहे। यह अवधि मार्च 2020 से अक्टूबर 2021 के बीच की रही। वहीं इस मामले में युगांडा पहले नंबर पर रहा. यहां स्कूल 83 सप्ताह तक बंद रहे।