नेपाल में सरकार बनाने को लेकर एक बार नाटकीय घटनाक्रम शुरू हो गया। गुरुवार तक विश्वास मत हासिल करने पर अनिच्छा जताने वाले Oli विपक्षी दलों के राष्ट्रपति के पास पहुंचते ही फिर दावा करने पहुंच गए। नेपाल के विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति को 149 सांसदों का समर्थन पत्र सौंपते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया है। विपक्षी दल नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व में सरकार बनाने लिए तैयार हैं।
राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने शुक्रवार को 5 बजे तक विपक्ष को सरकार बनाने का दावा पेश करने का समय दिया। इस बीच PM KP Sharma ओली भी अचानक राष्ट्रपति के पास पहुंच गए और उन्होंने 153 सांसद का समर्थन होने का दावा किया। उन्होंने अपनी पार्टी के 121 सदस्यों के साथ ही 32 जनता समाजवादी पार्टी-Nepal के सांसदों का समर्थन होने का दावा किया है।
इससे पूर्व हिमालयन टाइम्स के अनुसार नेपाली कांग्रेस ने सीपीएन (माओवादी सेंटर), उपेंद्र यादव के धड़े वाली जनता समाजवादी पार्टी (जेएसपी) और सत्तारूढ़ पार्टी के माधव नेपाल धड़े के समर्थन के साथ 149 सांसद के पक्ष में होने का दावा किया है। अब तक विपक्षी सरकार बनाने के लिए तैयार हो रहे थे लेकिन अचानक ओली के फिर आने के बाद अब नेपाल की राजनीति गर्मा गई है।
10 मई को ओली को विश्वास मत हासिल न होने के बाद राष्ट्रपति ने विपक्षी दलों को 3 दिन में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए कहा था। विपक्षी उस समय पर्याप्त समर्थन नहीं जुटा पाए। बाद में ओली के नेतृत्व वाले दल को 30 दिन में विश्वास मत हासिल करने का समय दिया गया। गुरुवार को Oli फ्लोर टेस्ट से पीछे हट गए थे, लेकिन आज देउबा के नेतृत्व में सरकार बनाने के दावे से पहले ही Oli ने दांव चल दिया।