पाकिस्तान में सिंधी हिंदू लड़की नम्रता चंदानी की हत्या का विरोध होना शुरू हो गया है। देर रात कराची की सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारियों ने हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की। मेडिकल की छात्रा नम्रता की लाश उसके हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थिति में मिली थी। उसके गले में रस्सी बंधी थी। नम्रता के भाई ने हत्या का आरोप लगाया था।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंदेशा जताया है कि हो सकता है कि छात्रा ने खुदकुशी की हो लेकिन उसके परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है। नम्रता शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी के बीबी आसिफा डेंटल कॉलेज की बीडीएस की अंतिम वर्ष की छात्रा थी।
इस हत्या के विरोध में कराची में देर रात बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकल आए और प्रदर्शन किया। इन लोगों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नम्रता की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।
लरकाना के अधिकारियों ने उनके शव को उनके पैतृक स्थान पर भेज दिया गया है। घोटकी में ही कुछ दिन पहले एक हिन्दू शिक्षक के साथ भी ईश निंदा का आरोप लगाकर मारपीट की गई थी।
डॉ. नम्रता के भाई डॉ. विशाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि उनकी बहन की हत्या की गई है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि घटना से दो घंटे पहले निमरिता ने कॉलेज में मिठाई बांटी थी। ऐसा भला क्या हो सकता है कि इसके महज दो घंटे बाद ही वह खुदकुशी कर ले?