मुंबई के एक अभिनेता ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि उन्हें उनकी मुस्लिम बहुल बस्ती में कुछ लोगो उन्हें दिवाली मनाने नहीं दी । इस मामलें पर पुलिस ने कहा है कि ऐसा कुछ भी नहीं था और इसमे बेवजह हिंदू-मुस्लिम का नाम दिया गया था । पुलिस ने मंगलवार को कहा कि इस मामले में कोई ‘हिंदू-मुस्लिम’ कोण नहीं है । पटना के रहनेवाले विश्व भानू फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट में काम करते हैं ।
उन्होंने फेसबुक पर दावा किया था कि उनके पड़ोसियों ने उन्हें और उनकी पत्नी को अपने द्वार से दीया और रंगोली हटाने के लिए कहा । उन्होंने शनिवार को पोस्ट किया था, ‘मैं मुंबई में मलाड के मालवणी में एक मुस्लिम सोसाइटी में रहता हूं और पिछले साल की तरह इस साल भी सोसाइटी के लोग अपने घर को रोशन करने के लिए दीया जलाने पर मेरी पत्नी के साथ बहस कर रहे हैं । वे लोग मेरी पत्नी को घर के बाहर दरवाजे पर दीया जलाने और रंगोली बनाने नहीं दे रहे हैं ।
आपको बता दे की अक्षय कुमार अभिनीत ‘स्पेशल 26’, ‘मर्दानी’ और ‘रघु रोमियो’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता ने ट्विटर पर इस मुद्दे को उठाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मदद मांगी थी । उन्होंने उपनगरीय मलाड में मालवणी पुलिस स्टेशन से भी संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई ।
पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक जगदेव कलपद ने कहा कि यह ‘हिंदू-मुस्लिम’ का मामला नहीं है और इस बात से इनकार किया कि इसका कोई सांप्रदायिक कोण है । फिलाल पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया गया है ।