सभी भारतीयों को अविलंब चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए: विवेक ठाकुर
भाजपा नेता एवं राज्यसभा सांसद श्री विवेक ठाकुर(Vivek Thakur) ने भारत-चीन(India-China) सीमा पर हुए हिंसक झड़प पर कहा कि चीन एक सिद्धांतहीन देश है। उसके खून में छल-कपट का पुराना इतिहास रहा है। चीन यह समझ ले कि भारत अब 1962 वाला देश नहीं रहा। आज का भारत, मोदी का भारत और सजग भारत है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अखंडता को कोई भी देश चुनौती नहीं दे सकता। हम आज चीन की आँखों में आंखें डालकर देखने में सक्षम हैं। यही कारण है कि चीन के अंदर छटपटाहट बढ़ रही है। विवाद का कारण डारबुक-श्योक सड़क है जो दौलत बेग ओल्डी में बनाया जा रहा है, उस सड़क का निर्माण कार्य बिना रुकावट के आज भी हो रहा है और आगे भी होता रहेगा।
विवेक ठाकुर ने भारत-चीन सीमा पर हुए हिंसक झड़प में शहीद हुए भारत के वीर जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित किया। उन्होंने कहा हताहत दोनों तरफ हुई है। भारत और चीन के बीच हुए संधि के बावजूद जिस तरह से चीन ने पलटवार कर हमारे वीर सैनिकों पर जो कायराना हरकत किया है, उसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। भारत के सैनिकों ने वीरता के साथ चीन को जबाब दिया है और 43/45 चीनी सैनिक भी ढेर हो गए।
विवेक ठाकुर ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने चीन की कंपनी “ग्रेट वॉल मोटर” के साथ कल इस घटना के बावजूद भी एक विलियम डॉलर का निवेश करने का करार किया। क्या महाराष्ट्र का विकास इसी संधि से होगा? हर भारतीय चीनी उत्पादों का बहिष्कार कर “आत्मनिर्भर भारत” की तरफ बढ़ रहे हैं। वहीं तथाकथित राष्ट्रवादी शिवसेना और कांग्रेस की सरकार चीनी निवेश का करार कर रही है। शिवसेना(Shivsena) को सोचना होगा की क्या वे बाला साहेब के सोचे हुए कदमों पर चल रहे हैं? राष्ट्रचिन्तन करने वाली शिवसेना को आत्मचिंतन करना चाहिए। कांग्रेस से राष्ट्रचिन्तन और राष्ट्रहित सोच का उम्मीद रखना भी गलत होगा। महाराष्ट्र सरकार इस संधि को तोड़े जिससे चीन में इसका सीधा संवाद जाएगा।
विवेक ठाकुर ने कहा हम सभी भारतीयों को अविलम्ब चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए। भारत सरकार चीनी वस्तुओं के आयात पर रोक लगाए। बिहार सरकार और ट्रेडर एसोसिएशन से आग्रह है कि चीनी वस्तुओं को बिहार में न बिकने दें।