myanmar protest 2021

विश्वविद्यालयों को निशाना बनाने लगी म्यांमार की सैनिक सरकार

म्यांमार के सैनिक शासन ने लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने के लिए अब शिक्षकों और छात्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। Myanmar में सैनिक शासन का विरोध कर रहे Universities के 11000 से ज्यादा शैक्षणिक एवं अन्य कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। ये शिक्षक एवं कर्मचारी सैनिक शासन के विरोध में हड़ताल पर चले गए हैं। देश में प्रेस की स्वतंत्रता खतरे में है।


म्यांमार के 3 वरिष्ठ पत्रकार उत्तरी थाइलैंड में गिरफ्तार किए गए हैं। सैनिक सरकार ने उनकी न्यूज एजेंसी को संचालन रोकने का आदेश दिया था। Coronavirus महामारी के कारण एक वर्ष तक बंद रहने के बाद विश्वविद्यालयों के खुलते ही निलंबन की कार्रवाई की गई है।


छात्रों और कर्मचारियों ने एक फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट के विरोध में बहिष्कार का आह्वान किया था। विश्वविद्यालय की 37 वर्षीया लेक्चरर ने अपना नाम जाहिर नहीं करते हुए कहा, ‘एक ऐसी नौकरी जिससे मुझे बहुत लगाव था, उसके जाने से बहुत परेशानी अनुभव कर रही हूं, लेकिन गर्व है कि अन्याय के खिलाफ खड़ी हूं।’ थाइलैंड में गिरफ्तार तीनों पत्रकार डेमोक्रेटिक वायस आफ बर्मा के लिए काम करते थे। रविवार को पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया। तीनों पर गैरकानूनी रूप से थाइलैंड में प्रवेश करने का आरोप लगाया गया है।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1