कोरोना वायरस Lockdown के बीच महंगाई दर में नरमी आई है। देश में वस्तुओं की थोक मुद्रास्फीति फरवरी के 2.26 फीसदी के मुकाबले घटकर 1 फीसद रह गई। पिछले साल मार्च में थोक महंगाई दर 3.18 फीसदी पर थी। खाने-पीने की चीजों के दाम घटने के कारण महंगाई दर में नरमी आई है। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में खाने-पीने की चीजों की महंगाई 7.79 फीसदी थी जो मार्च में घटकर 4.91 फीसदी पर आ गई। सरकार ने इसके साथ ही जनवरी के थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े को 3.10% से संशोधित कर 3.52% कर दिया है।
सब्जियों की महंगाई में बड़ी गिरावट
सब्जियों की महंगाई में भी बड़ी गिरावट आई है। फरवरी में सब्जियों की मंहगाई दर 29.97 फीसदी थी जो मार्च में घटकर 11.90 फीसदी पर आ गई है। हालांकि मार्च की महंगाई में प्याज की बढ़ी कीमतों का योगदान जरूर है। प्याज की महंगाई दर 112.31 फीसदी रही है। मार्च में फ्यूल और पावर बास्केट की ग्रोथ नकारात्मक 1.76 फीसदी रही। वहीं मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की ग्रोथ सिर्फ 0.34 फीसदी रही।
सरकार ने कहा कि Coronavirus महामारी के प्रकोप और देशव्यापी Lockdown के कारण नवीनतम माह के लिए डब्ल्यूपीआई के प्रारंभिक आंकड़ों की गणना निम्न प्रतिक्रिया दर के आधार पर की गई है और आगे चल कर इन आंकड़ों में उल्लेखनीय परिवर्तन हो सकता है।